Monday, June 30, 2025

गोंडऊ नाच, बाजा हुरूका के साथ सदर तहसील पर हुआ विशाल सांस्कृतिक प्रदर्शन

जाति प्रमाण-पत्र निर्गत करना प्रारम्भ नहीं हुआ तो बलिया बंद व छात्र कर्फ्यू का भी होगा ऐलान: नागेन्द्र बहादुर सिह ‘झून्नू’
बलिया। गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण-पत्र जारी निर्गत कराने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए 5 माह से अधिक हो गए। विशाल प्रदर्शन, जेल भरो आन्दोलन, अर्द्धनग्न प्रदर्शन तक हुआ। गोंड जाति प्रमाण पत्र का मुद्दा संसद से लगायत विधानसभा तक उठा इसके बावजूद भी गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी करना प्रारम्भ नहीं किया गया। मा0 प्रमुख सचिव समाज कल्याण अनुभाग -3, लखनऊ दिनांक 16 जून 2025 द्वारा गोंड, खरवार अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र निर्गत करने हेतु पुनः शासनादेश भेजा गया है जिसका अनुपालन लेखपाल व तहसीलदारगण द्वारा नहीं किया जा रहा है। 

तहसील सम्पूर्ण समाधान दिवस पर दिये गये पत्रक के क्रम में लिखित रूप से अवगत कराया गया है कि शासनादेश के क्रम में गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण-पत्र निर्गत किया जाता है लेकिन वास्तविकता जमीनी सच्चाई यह है कि ऑनलाईन आवेदन करने पर बार-बार आवेदन अस्वीकृत कर दिया जा रहा है। शासन, जिला प्रशासन व तहसील प्रशासन द्वारा केवल कागजी घोड़ा दौड़ाने का काम किया जा रहा है। 

आन्दोलन धरना के 155वें दिन सोमवार को गोंड समुदाय के लोगों ने पूर्वांचल छात्र संघर्ष समिति के संयोजक व टी0डी0 कालेज छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष नागेन्द्र बहादुर सिंह उर्फ झून्नू, ऑल गोंडवाना स्टूडेन्ट्स एसोसिएशन (आगसा) के अध्यक्ष मनोज शाह व अरविन्द गोंडवाना के संयुक्त नेतृत्व में धरना स्थल से आदिवासी जनजाति गोंडऊ नाच, गोंडऊ बाजा हुरूका के साथ जुलुस के रूप में प्रदर्शन करते हुए माॅडल तहसील पर पहुॅचे तथा उपजिलाधिकारी सदर तिमराज सिंह व सी0ओ0 सिटी, कोतवाल सहित भारी पुलिस बल के समक्ष ‘‘बने ना प्रमाण पत्र आरक्षण कौवना बाती के, सुविधा मिलल काथी के’’ गोंडऊ गीत के साथ अपनी व्यथा प्रस्तुत किये।

 उपजिलाधिकारी सदर ने आकर पत्रक स्वीकार करते हुए कहे कि भारत के राजपत्र व शासनादेश के अनुसार गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण-पत्र जारी किये जाने का आश्वासन दिये। इस दौरान छात्र आन्दोलन के अगुवा नागेन्द्र बहादुर सिंह उर्फ झून्नू ने कहा कि जिले के विद्यालयों, महाविद्यालयों में हजारो की संख्या जनजाति गोंड, खरवार समुदाय के छात्र पढ़ते है जो जाति प्रमाण पत्र के अभाव में छात्रवृत्ति व नौकरी के फार्म भरने से वंचित हो जा रहे है। यदि तत्काल इनका जाति प्रमाण-पत्र निर्गत करना प्रारम्भ नहीं गया तो आन्दोलन के अगले क्रम में बेल्थरा से लगायत बलिया बंद व छात्र कफ्र्यू का भी ऐलान किया जायेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी तहसील, जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार की होगी। इस दौरान श्रीमती किरन देवी ने कहा कि मेरी पुत्री का चयन सैनिक विद्यालय व नवोदय में कक्षा-6 में हुआ है। पुत्री के पिता व माता का गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र पहले से तहसील से जारी हुआ है लेकिन इस समय बच्ची का जाति प्रमाण पत्र न जारी होने के कारण सैनिक विद्यालय या नवोदय में प्रवेश से वचित हो जाने का संकट खड़ा हो गया है। लेखपाल व तहसीलदार जनजाति गोंड छात्रों के भविष्य की हत्या करने पर तुले हुए है। 

क्रमिक अनशन के 29वें दिन कन्हैया गोंड व रामनारायन गोंड बैठे रहे। इस दौरान प्रमुख रूप से संजय गोंड, जीउत गोंड, सूचित गोंड, सुरेश गोंड, नन्द लाल गोंड, अरविन्द गोंडवाना, सुदेश गोंड, हीरा गोंड, लाल चन्द गोंड, पिन्कू गोंड, दीप गोंड, बच्चा लाल गोंड, मुन्ना गोंड, भरत गोंड, राजकुमार गोंड, मनोज शाह, श्रीपति गोंड, लाल बिहारी गोंड, जीतन गोंड रहे।

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