मनाया गया अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद का 32वां स्थापना दिवस
बलिया। अधिवक्ता परिषद बलिया इकाई द्वारा अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद का 32वां स्थापना दिवस शनिवार को 'दी सिविल बार एसोसिएशन, बलिया' के सभागार में मनाया गया। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बलिया विभाग के विभाग प्रचारक अंबेश, मुख्य वक्ता अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश राय, विशिष्ठ अतिथिगण मा. उच्च न्यायालय के मुख्य स्थाई अधिवक्ता राजेश्वर त्रिपाठी व हरिशंकर विधि महाविद्यालय के प्राचार्य अभय श्रीवास्तव व अन्य अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती व अधिवक्ता परिषद के संस्थापक दंतोपन्त ठेंगड़ी जी के चित्र पर पुष्पार्चन व दीपार्जन राष्ट्रगीत वन्देमातरम के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
मुख्य वक्ता अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश राय ने कहा कि अधिवक्ता परिषद समाज के अंतिम व्यक्ति के लिए लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने आगे बताया कि अधिवक्ता परिषद ने हमें समाज के हर क्षेत्र में कार्य करने वाले उत्कृष्ट अधिवक्ता दिए हैं। जिनके माध्यम से हम समाज के हर वर्ग की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता परिषद की स्थापना 23 जुलाई 1992 को संस्थापक दत्तोपंत ठेंगड़ी द्वारा की गई थी। जिसका उद्देश्य अधिवक्ताओं को एक मंच प्रदान करना था, जिनके माध्यम से परिषद अधिवक्ताओं के साथ साथ राष्ट्र के लिए, समाज के लिए कार्य करने वाला संगठन है। उन्होंने आगे बताया कि परिस्थितियां बदल सकती है, समय बदल सकता है पर हमारी अन्तर्दृष्टि नहीं बदलती है बल्कि वह राष्ट्रहित व समाजहित हेतु सतत प्रयत्नशील रहतीं हैं। परिषद 'न्याय: मम: धर्मा' के आधार पर संगठन का कार्य करती है और राष्ट्रवादी अधिवक्ताओं के समूह का निर्माण करती है जो समाज के लिए कार्य कर सके।
उन्होंने आगे कहा कि अपने स्थापना काल से ही अधिवक्ता परिषद सामाजिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भागीदारी कर रहा है। उन्होंने आगे बताया कि सारे देश की न्याय व्यवस्था अच्छी हो, नयाय सभी के लिए सुलभ और सुगम हो, समाज में आवश्यकतानुसार सुधार आगे बढ़ते चले जायें, समाज सभी दृष्टियों से अपना उत्थान करे, समाज के सनातन, सांस्कृतिक मूल्यों की सुरक्षा भी हो, महान सांस्कृतिक मूल्यों के प्रकाश में देश अपने भिन्न-भिन्न निर्णयों को, ले यह अधिवक्ता परिषद का उद्देश्य है।
इसी क्रम में मा. उच्च न्यायालय के मुख्य स्थाई अधिवक्ता राजेश्वर त्रिपाठी ने अधिवक्ता परिषद के उद्देश्यों को विस्तार से बताते हुए कहा कि अधिवक्ता परिषद अधिवक्ताओं के पेशेवर हितों की रक्षा, अधिवक्ताओं के बीच एकता और सहयोग को बढ़ावा देने, न्यायपालिका में सुधार के लिए काम करने, सामाजिक और राष्ट्रीय मुद्दों पर अधिवक्ताओं की राय को प्रस्तुत करने का कार्य करता है।
दूसरे विशिष्ठ अतिथि हरिशंकर विधि महाविद्यालय के प्राचार्य अभय श्रीवास्तव ने बताया कि न्याय की जो गरिमा है, इसके पीछे शुचिता, पवित्रता, प्रामाणिकता है, वह प्रतिष्ठित होती रहे, और इसके लिए अधिवक्ता परिषद अपने स्थापना काल से प्रयत्नशील है।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अधिवक्ता परिषद के जिलाध्यक्ष सुनील राय ने न्यायालय व न्याय की विशद व्याख्या की। इस अवसर पर मंच पर मुख्य वक्ता व विशिष्ठ अतिथियों के साथ एल्डर कमेटी के सदस्य मनिंद्र नाथ राय, सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र तिवारी, क्रिमिनल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रणजीत सिंह थे।
इस कार्यक्रम में आये अतिथियों का परिचय व आभार अधिवक्ता परिषद काशी बलिया के संरक्षक सदस्य व जिला शासकीय अधिवक्ता दीवानी विनय कुमार सिंह, व संचालन संरक्षक व सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी अजय राय द्वारा कराया गया तथा स्वागत गीत अनुभा राय द्वारा किया गया।
इस अवसर पर जिला महामंत्री सावन ठाकुर, विनोद भारद्वाज, विजय शंकर पांडेय, जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी संजीव सिंह, जिला सजसकीय अधिवक्ता राजस्व सम्पूर्णानन्द दुबे व समस्त शासकीय अधिवक्ता के साथ
पीयूष सिंह, मारुति नन्दन तिवारी अधिवक्ता परिषद की जिला उपाध्यक्ष श्रीमती पूनम सिंह, शशि पांडेय, विजय माला सिंह, ममता सिंह, कीर्ति श्रीवास्तव, पूजा गुप्ता, ज्योति सिंह, कविता भारद्वाज, सुजाता सरीक अधिवक्ता परिषद रसड़ा तहसील इकाई के अध्यक्ष अंशुल राज तिवारी आदि के साथ सैकड़ों अधिवक्ता बन्धु उपस्थित थे।
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