Saturday, October 28, 2023

अनुशासन, एकता और संगठित शक्ति का प्रतीक है पथ संचलन: संजय शुक्ला

स्वयंसेवकों ने पथ संचलन कर किया शक्ति और शौर्य का प्रदर्शन
बलिया। 'राष्ट्र भक्ति ले हृदय में हो खड़ा यदि देश सारा। संकटों पर मात कर यह राष्ट्र विजयी हो हमारा।।' जैसे सांघिक गीत को चरितार्थ करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बलिया के तत्वावधान में स्वयंसेवकों द्वारा शहर के प्रसिद्ध भृगु मन्दिर के प्राँगढ़ से पूर्ण व्यवस्थि गुणात्मक पथ संचलन का आयोजन कर शक्ति और शौर्य का प्रदर्शन किया गया। जिसमें जिले भर से लगभग 300 प्रशिक्षित स्वयंसेवकों ने भाग लिया। सेना की तरह कदम से कदम मिलाकर घोष के स्वर के साथ स्वयंसेवकों ने कदमताल करते हुए संचलन किया।
 संचलन के दौरान नगर के हर चौक- चौराहों पर नगरवासियों द्वारा स्वयंसेवको पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। संचलन भृगु मन्दिर से प्रारंभ होकर चंद्रशेखर आजाद चौक (नया चौक), जपलिनगंज, बाबा बालेश्वर मन्दिर, हनुमानगढ़ी मन्दिर, महाराजा अग्रसेन मार्ग (विजय सिनेमा रोड), सेनानी उमाशंकर चौराहा, ओकडेनगंज पुलिस चौकी, चित्तू पाण्डेय चौराहा, स्टेशन- मालगोदाम रोड, सतीश चन्द्र कॉलेज होते हुए पुनः वापस भृगु मन्दिर पर संपन्न हुआ। जहां ध्वजारोहण, बौद्धिक एवं प्रार्थना के बाद संचलन का समापन किया गया। संचलन के दौरान मार्ग में कई जगह लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गोरक्षप्रान्त के सह प्रान्त संयोजक कुटुंब प्रबोधन संजय शुक्ला, कार्यक्रम के अध्यक्ष अवध प्रान्त के प्रांत संयोजक अभय जी व सह जिला संघचलक डॉ. विनोद सिंह द्वारा भारत माता, महर्षि बाल्मीकि, पूज्य डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार व पूज्य श्रीगुरुजी के चित्र के सम्मुख पुष्पार्चन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। ध्वजारोहण के बाद मुख्य वक्ता संजय शुक्ला ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि पथ संचलन अनुशासन, एकता, अखंडता, समरसता और संगठित शक्ति का प्रतीक है।  उन्होंने आगे कहा कि 'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ' मात्र एक संगठन नहीं अपितु निःस्वार्थ सेवा, अनुशासन और अद्वितीय समर्पण का पर्याय है। संघ का कार्यकर्ता अपने जीवन को व्यवस्थित रखता है। उसके जूते-चप्पल भी व्यवस्था में रहते है। संघ निरंतर पिछले 98 वर्षो से व्यक्ति निर्माण का कार्य कर रहा है। जब व्यक्ति के व्यक्ति से कदम मिलते है तो धीरे धीरे मन भी मिलते है। प्रतिकूल की अपेक्षा अनुकूल वातावरण में ज्यादा सावधानी बरतनी पड़ती है।
उन्होंने कहा कि आज समाज में संघ की स्वीकार्यता बढ़ी है। पूरा समाज आज संघ की ओर सकारात्मक रूप से देख रहा है। समाज का एक बड़ा वर्ग हमसे जुड़ने के लिए तैयार है। प्रतिकूल परिस्थितियों में काम करने वाले कार्यकर्ताओं के मार्गदर्शन में काम करने की आवश्यकता है। अपरिचित को परिचित, परिचित को मित्र और फिर मित्र को स्वयंसेवक, स्वयंसेवक को कार्यकर्ता बनाने की प्रक्रिया है। कार्यकर्ताओं के बलिदान पर ही आज संगठन नित्य निरंतर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आदर्श स्वयंसेवक समाज में अपनी अलग ही छवि रखता है। संघ का स्वयंसेवक विषम परिस्थितियों में भी देश की सेवा करने में अग्रणी भूमिका निभाता है। उन्होंने "राष्ट्राय स्वाहा, इदं राष्ट्राय इदं न मम" मंत्र का उल्लेख करते हुए बताया कि पूज्‍य श्री गुरूजी का राष्‍ट्र को समर्पित यह मंत्र आज भी संघ के रोम रोम में व्याप्त है।
उन्होंने महर्षि वाल्मीकि जयंती व शरद पूर्णिमा की सभी को शुभकामाएं देते हुए बताया कि संस्कृत भाषा के महानतम महाकाव्य रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि जी ने रामायण की रचना कर मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के जीवन को जन-जन के हृदय में सदैव के लिए जीवंत बनाने का भगीरथ कार्य किया। यह कालजयी रचना प्रभु श्रीराम द्वारा स्थापित आदर्श से समाज को प्रेरित कर धर्म का मार्ग दिखा रही है। उन्होंने आगे बताया कि चंद्रमा जब अपनी 16 कलाओं के संग अवतरित होते हैं तो शरद पूर्णिमा की रात आकाश से अमृत वर्षा करते हैं। इसी तरह जब हमारा हिंदू समाज अपने सभी जाति वर्गो के साथ एकजुट होगा तभी भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा। भारत माता परम-वैभव के शिखर पर विराजमान होंगी। सशक्त हिंदू ही भारत को विश्व गुरु बना पाने में सक्षम होगा और संपूर्ण विश्व में भारतीय वांग्मय की अमृत वर्षा होगी।

कार्यक्रम के अध्यक्ष अभय जी ने स्वयंसेवकों समाज जीवन में रहते हुए से राष्ट्र सेवा की बात कहते हुए अपना आशीर्वचन दिया। कार्यक्रम के मुख्य शिक्षक सह जिला शारीरिक शिक्षक प्रमुख सौरभ सिंह थे। संचालन सह जिला कार्यवाह अरुण कुमार मणि ने किया।

इस अवसर सह जिला संघचालक डॉ. विनोद सिंह, सह नगर संघचालक परमेश्वरनश्री, विभाग संपर्क प्रमुख गिरीश नारायण चतुर्वेदी, उमापति, जिला प्रचारक विशाल,जिला कार्यवाह हरनाम, सह जिला कार्यवाह अरुण मणि के साथ प्रान्त, विभाग, जिला, खण्ड व नगर के स्वयंसेववक व विचार परिवार के बन्धु उपस्थित थे। उपरोक्त जानकारी जिला प्रचार प्रमुख मारुति नन्दन द्वार दी गयी

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