Thursday, September 28, 2023

इंकलाबी युवा दिवस के रूप में मनाया गया भगत सिंह की जयंती

आईपीएस ने की देश में भगत सिंह विश्वविद्यालय की स्थापना करने की मांग
बलिया। जनपद के कलेक्ट्रेट स्थित चंद्रशेखर उद्यान में इंडियन पीपुल्स सर्विसेज (आईपीएस) के तत्वावधान में इंकलाबी भगत सिंह जी की 167 वीं जयन्ती इंकलाबी युवा दिवस के रूप में बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ उनके चित्र पर माल्यार्पण पुष्पांजली अर्पित कर इंकलाब जिन्दाबाद, भगत सिंह की इंकलाबी विचारधारा जिन्दाबाद के उद्घोष के साथ मनाया गया।

 देश में इंकलाबी भगत सिंह विश्वविद्यालय की स्थापना करने, उनके विचारों, लेखों को शैक्षणिक पाठ्य पुस्तकों में शामिल करने तथा भगत सिंह की जेल डायरी पर शोध कार्य प्रारम्भ किये जाने की मांग को आईपीएस ने प्रमुखता से उठाया।  इस अवसर पर इंडियन पीपुल्स सर्विसेज (आईपीएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविन्द गोंडवाना ने अपने सम्बोधन में कहा कि इंकलाबी भगत सिंह अखण्ड भारत के सबसे युवा समस्त भारतवासियों के हृदय में वास करने वाले महान क्रांतिवीर हैं। भगत सिंह जी के राष्ट्रवादी विचारधारा पर चलकर ही अखण्ड भारत का कल्याण सम्भव है और हमारा महान देश भारत दुनिया के महानतम् देशों कीं अग्रिमपक्ति में खड़ा दिखाई देगा। आज देश के जो हालात हैं ऐसी स्थिति में भगत सिंह के विचारधारा की प्रासंगिकता और भी ज्यादा बढ़ जाती है! आज जरूरत है कि भगत सिंह के विचारों, लेखों और उनकी जेल डायरी से आने वाली युवा पीढ़ी को अवगत कराया जाय। भगत सिंह जी की नौजवानों के नाम क्रांति का संदेश देश के हर युवा के साथ-साथ सभी मजदूर किसानों के तक पहुंचाया जाए। 

आईपीएस नेताओं ने आगे कहा कि यदि भगत सिंह देश को स्वतंत्रता मिलने तक जीवित रहते जो निश्चित ही देश के टुकड़े नहीं होते और भारत अखण्ड भारत ही रहता क्योंकि भगत सिंह को मानने वाले अखण्ड भारत के हर हिस्से के लोग है। आईपीएस के जिलाध्यक्ष सुरेश शाह ने कहा कि भगत सिंह विचारधारा पर चलकर ही इंडियन पीपुल्स सर्विसेज (आईपीएस) विद्यालयों व विश्वविद्यालयों से लगायत गाॅव-गाॅव में युवा वर्ग को आईपीएस से जोड़ने का काम करेगी। भगत सिंह ने कहा था कि इंकलाब की तलवार विचारों की शान पर तेज होती है। इसका आशय यह है कि अध्ययन आन्दोलन को तेज करना। अध्ययन के प्रति भगत सिंह की रूचि किस हद तक थी इसका पता उनकी जेल डायरी व पुस्तकालय से मंगाई गयी सूचि से लगता है। भगत सिंह आप जिन्दा है। छात्र और नौजवानों में, मजदूर और किसानों में, जनता के अरमानों में, भारत की इंकलाबी युवा पीढ़ी आपके सपनों को मंजिल तक पहुॅचायेगी। इस शपथ के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। 

इस दौरान प्रमुख रूप से अरविन्द गोंडवाना, सुरेश शाह, मनोज शाह, संजय गोंड, सुमेर गोंड, ओमप्रकाश, सूचित जी, श्याम नारायन, श्याम सुन्दर, सोनू कुमार, कन्हैया जी, अजय राम, सुदेश शाह, महेन्द्र, वीरेन्द्र कुमार, दीपक ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

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