एक वर्ष से अधिकारियों का चक्कर काट रहा ताकि व्यक्ति के पुत्र का हो सके इलाज
रसड़ा (बलिया)। एक तरफ केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान कार्ड के माध्यम से पांच लाख से उपर तक नि:शुल्क उपचार के लिए संकल्पित नजर आ रही है तो वहीं दूसरी तरफ अत्योदय कार्ड के अभाव में आयुष्मान कार्ड के न बन पाने से एक अति गरीब पिता अपने पुत्र के इलाज के लिए दर-दर भटक रहा है ताकि उसका आयुष्मान कार्ड बन जाता। किंतु योगी सरकार के अधिकारी उसकी कोई सुनवाई नहीं कर रह पा रहे हैं।
पूरा मामला रसड़ा ब्लाक क्षेत्र के ग्राम सभा खड़सरा राजभर बस्ती की है। खड़सरा गांव निवासी गोपाल राजभर पुत्र स्व. सुखु 23 अगस्त 2022 से अत्योदय कार्ड बनवाने के लिए खंड विकास अधिकारी रसड़ा सहित अन्य उच्चाधिकारियों का पत्रक देकर ब्लाक व तहसील का चक्कर लगा कर थक चुका है है कि उसका अंत्योदय कार्ड बन जाने पर आयुष्मान कार्ड आसानी से बन जाता। ताकि अपने दूसरे पुत्र रितेश का आयुष्मान कार्ड बनवा लेते तो उसकी खराब हो चुकी दोनों किडनी का शायद समुचित इलाज संभव हो पाता। अंत्योदय कार्ड के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए बेवश व गरीब पिता ग्राम प्रधान, कोटेदार, खंड विकास अधिकारी सहित अन्य उच्चाधिकारियों के यहां कई बार चक्कर लकाकर थक चुका है। किंतु गरीबी इस कदर है कि वह किडनी से पीड़ित अपने पुत्र रितेश का समुचित इलाज नहीं करा पा रहा है।
रिपोर्ट: लल्लन बागी
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