बैठक कर आंदोलन की सफलता हेतु तैयार की गई रणनीति
बलिया। ऑल गोंडवाना स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आगसा) व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की संयुक्त बैठक 26 फरवरी दिन रविवार को बलिया मॉडल तहसील के समीप की गई।
गोंडवाना विचारक छितेश्वर गोंड ने संबोधित करते हुए कहा कि भारत के राजपत्र संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश संशोधन अधिनियम- 2002 द्वारा बलिया जिले में निवास करने वाले गोंड, खरवार जाति को अनुसूचित जनजाति के रूप में मान्यता दी गई है। इसी क्रम में सरकार के शासनादेश द्वारा भी गोंड, खरवार को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी किए जाने का निर्देश भी दिया गया है जिसका अनुपालन लेखपाल और तहसीलदार द्वारा नहीं किया जा रहा है। अनावश्यक रूप से परेशान व उत्पीड़न करते हुए गोंड, खरवार को उनके संवैधानिक अधिकार से वंचित किया जा रहा है। भाजपा शासन में शासनादेश की घोर अवमानना कर रहे लेखपाल व तहसीलदार। बैठक को संबोधित करते हुए ऑल गोंडवाना स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आगसा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज शाह व जिलाध्यक्ष राकेश कुमार गोंड ने संयुक्त रूप से कहा कि गोंड, खरवार छात्र नौजवानों को जाति प्रमाण पत्र सुगमता पूर्वक जारी करने की मांग को लेकर 13 मार्च 2023 से बलिया कलेक्ट्रेट मॉडल तहसील पर गोंडऊ बाजा हुरुका के साथ विराट प्रदर्शन, जाति प्रमाण पत्र जारी होने तक घेरा डालो- डेरा डालो आंदोलन प्रारंभ किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी तहसील व जिला प्रशासन की होगी। जुलूस क्रांति मैदान टाउन हॉल बापू भवन से प्रारंभ होकर बलिया कलेक्ट्रेट में पहुंचेगा। आंदोलन की सफलता हेतु रणनीति तैयार की गई।
बैठक में गोंडवाना विचारक छितेश्वर गोंड, संरक्षक जिऊत गोंड, अरविंद गोंडवाना, मनोज खरवार, चंद्रशेखर खरवार, तहसील इकाई अध्यक्ष संजय गोंड, ब्लॉक अध्यक्ष ओमप्रकाश गोंड, लालबाबू गोंड, सुरेश शाह, एडवोकेट अशोक गोंड, रामनारायण गोंड, श्याम नारायण गोंड, मनोज खरवार, चंद्रशेखर खरवार भी रहे। बैठक की अध्यक्षता गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष सुमेर गोंड तथा संचालन परशुराम खरवार ने किया।
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