Saturday, June 25, 2022

लोककला के कलाकारों को अपनी कला के प्रदर्शन का मिलेगा अवसर

युवाओ को अयोध्या के अनवरत रामलीला मंच पर मंचन करने का मिलेगा मौका
बलिया। प्रदेश के सभी लोककला के कलाकारों को अपनी कला के प्रदर्शन का अवसर मिलेगा। वही अपने गाँव में रामलीला करने वाले युवाओं को भी वर्ल्ड हेरिटेज अयोध्या के अनवरत रामलीला मंच पर मंचन करने का मौका मिलेगा। 
      साहित्यकार डाॅ शिवकुमार सिंह कौशिकेय 

इस संबंध में बलिया जिले में लोककलाओं, लोक कलाकारों एवं रामलीला कलाकारों की मैपिंग का कार्य जिले के शोधकर्ता साहित्यकार डाॅ शिवकुमार सिंह कौशिकेय को अयोध्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के निदेशक डाॅ लवकुश द्विवेदी  द्वारा सौंपा गया है। श्री कौशिकेय ने बताया कि जिले में लोरकी, शिवनारायनी, गोड़ऊ - हुरका, पखावज, धोबिया, डफरा, आल्हा, बिरहा, बिदेसिया, नयकवा, निरगुन, रामायनी, चैता- चैती और भोजपुरी के संस्कार गीतों की समृद्ध परम्परा पर आज संकट के बादल मंडरा रहें हैं। पहले इन कलाकारों को लोग विवाह आदि मांगलिक कार्यों में बुलाते थे, जिससे इनकी रोजी-रोटी चलती थी। अब डीजे - बैण्डबाजा का प्रचलन है। ऐसे में अयोध्या शोध संस्थान, संस्कृति विभाग की इस पहल से इन लोक विधाओं और कलाकारों को संरक्षित -संवर्धित करने का कार्य सरकार ने प्रारंभ किया है। 

श्री कौशिकेय ने बताया कि जिले के जितने भी कलाकार अपना पंजीयन करायेंगे, उन्हें प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर भी उचित मानदेय सहित प्रस्तुति का अवसर मिलेगा। इसी तरह से रामलीला का मंचन करने वाले दल को अयोध्या में भोजन, आवास और मानदेय भी मिलेगा। इसके पीछे पूरे देश के रामलीला करने वाले कलाकारों का उत्साहवर्धन करने का प्रयास किया जा रहा है।

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