Saturday, June 25, 2022

शोध पद्धति पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का हुआ आयोजन

शोध से संबंधित अवधारणाओं, शोध विषयों के चयन, विधि तंत्र, घटक तत्वों पर हुई चर्चा
बलिया। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति  प्रोफेसर कल्पलता पांडेय के निर्देशन में एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन समाज कार्य विभाग द्वारा किया गया। वेबिनार का मुख्य विषय शोध विधि तंत्र मानविकी एवम विज्ञान के संदर्भ में था। वेबीनार में मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर जे. पी. एन. मिश्रा, डीन, फैकल्टी ऑफ लाइफ साइंसेज, केंद्रीय विश्वविद्यालय गुजरात से; प्रोफेसर वीणा द्विवेदी,  विभागाध्यक्ष समाज कार्य विभाग, जयपुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, जयपुर से तथा डॉक्टर अमित कुमार, सह - आचार्य समाज कार्य, भोपाल स्कूल आफ सोशल वर्क, मध्य प्रदेश से सम्मिलित हुए थे।

वेबिनार में मुख्य वक्ता प्रोफेसर जे. पी. एन. मिश्रा ने शोध से संबंधित अवधारणाओं, शोध विषयों के चयन, विधि तंत्र, घटक तत्वों आदि पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रोफ़ेसर मिश्रा ने शोध प्रारूप को बेहद सूक्ष्म स्तर पर समझाने का प्रयत्न किया। उन्होंने बताया कि विषय के चयन अथवा समस्या के चयन से पहले शोधकर्ता को उससे संबंधित गहन अध्ययन की आवश्यकता होती है। विषय के प्रत्येक मुख्य बिंदु की अवधारणा का स्पष्ट होना आवश्यक होता है। तथा उद्देश्य निर्माण की प्रक्रिया को भी उन्होंने विविध उदाहरणों के माध्यम से श्रोताओं को समझाने का प्रयत्न किया। परिकल्पना का निर्माण कैसे किया जाए और उसकी जांच क्यों आवश्यक है इसके विषय में भी प्रोफेसर मिश्रा ने सभी को स्पष्ट रूप से जानकारी प्रदान की। इसके लिए उन्होंने स्लम क्षेत्रों में रह रहे लोगों तथा योगा आदि विषय से संबंधित कुछ उदाहरण देकर परिकल्पना निर्माण और उसकी जांच को लेकर जानकारी सभी के साथ साझा की। उन्होंने प्रयोगात्मक, ऐतिहासिक, गुणात्मक, गणनात्मक, ऐतिहासिक प्रयोगात्मक, आदि शोध प्रारूप पर विस्तार से जानकारी साझा की तथा संबंधित निर्माण प्रक्रिया को समझाया।

प्रोफेसर बीना द्विवेदी ने शोध कार्य में बरती जाने वाली सावधानियां, सीमाएं, अध्याय निर्माण आदि के दौरान ध्यान देने वाली बातों को अपने वक्तव्य में शामिल किया। इस दौरान आचार्य अमित ने शोध पत्र लेखन पर प्रकाश डालते हुए अपना वक्तव्य साझा किया। डॉ. अमित ने शोध पत्र लेखन, शोध पत्र प्रकाशन, जर्नल के चयन, शोध पत्रों के गुणवत्ता स्तर में सुधार आदि पर अपना वक्तव्य दिया। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर आयोजित इस शैक्षणिक कार्यक्रम में सभी विषय विशेषज्ञों ने छात्रों तथा शिक्षकों के मन में उठ रहे प्रश्नों के भी उत्तर दिया।

इस दौरान सहायक प्राध्यापक डॉ. अपराजिता उपाध्याय ने कार्यक्रम का सार प्रस्तुत किया तथा सुश्री नीति कुशवाहा, सहायक प्राध्यापक, समाज कार्य विभाग ने धन्यवाद ज्ञापन किया। वेबीनार में परिसर के विविध संकायों के छात्रों के साथ ही सहायक प्राध्यापकों डॉ. मनीषा सिंह, डॉ. तृप्ति तिवारी, सुश्री नेहा विशेन, अतुल कुमार, डॉ. शकुंतला श्रीवास्तव, डॉ. राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय, डॉ. प्रमोद शंकर पाण्डेय आदि ने अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज की। वेबिनार में अन्य विश्वविद्यालयों के शोध छात्रों तथा शिक्षकों सहित अन्य बुद्धिजीवी लोग शामिल रहे। वेबीनार का संचालन डॉ. पुष्पा मिश्रा, सह-आचार्य, समाज कार्य विभाग, जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया द्वारा किया गया। 

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