नागाजी सरस्वती विद्या मन्दिर वरि0 मा0 विद्यालय माल्देपुर में आयोजित हुआ गणतंत्र दिवस समारोह
बलिया। संविधान का निमार्ण सामाजिक आथिर्क व राजनितिक न्याय के लक्ष्य का प्राप्ति एवं व्यक्ति की गरिमा तथा अधिकारों के रक्षण हेतु किया गया था। किसी भी लोकतंत्र की सफलता उसमें निवास करने वाले व्यक्तियों को अवसरों की समानता उपलब्ध करके ही किया जा सकता है। संवैधानिक अधिकारों के सम्यक व उद्देश्यपूर्ण प्रयोग द्वारा संविधान के निमार्ताओं द्वारा देखे गए सशक्त भारत की संकल्पना पूर्ण की जा सकती है। इसके लिए आवश्यक है कि नई पीढ़ी उचित मागदर्शन में संविधान में संरक्षण के लिए सतत प्रयत्नशील रहकर नेतृत्व करें।
उक्त उद्गार नागाजी सरस्वती विद्या मन्दिर वरि0 मा0 विद्यालय माल्देपुर बलिया में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रुप में अनिल कुमार सिंह प्रबन्धक नागाजी विद्यालय माल्देपुर ने व्यक्त किए। कायर्क्रम के अध्यक्ष के रुप में बोलते हुए सह-नगर संचालक परमेश्वरन श्री ने कहा कि समरसता बन्धुत्व धामिर्क सद्भावना एवं सहयोग आदि मानवीय गुणों को आत्मसात् करने की युवा पीढ़ी को आवश्यकता है। कायर्क्रम के शुभारम्भ अतिथिद्वय द्वारा दीप प्रज्जवलन, पुप्पाचर्न एवं भारतमाता की आरती द्वारा किया गया। इसके पूर्व प्रांगण में मुख्य अतिथि द्वारा ध्वजारोहण विद्यालय के पदाधिकारियों एवं अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति मेे किया गया। कायर्क्रम की प्रस्ताविकी एवं अतिथि परिचय विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविन्द सिंह चौहान द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि आज का दिन उन देश भक्तों के त्याग, तपस्या, शौर्य और बलिदान की अमर कहानियों को याद करने का दिन है जिनके कारण हम गणतंत्र स्थापित कर सके है।
शिशु शिक्षा समिति गोरक्ष प्रान्त के मंत्री अक्षय कुमार ठाकुर द्वारा विद्यालय के सभी आचार्य बहने एवं आचार्य बन्धुओं का हादिर्क शुभकामना एवं बधाई दिया गया। उक्त कायर्क्रम का आभार ज्ञापन विद्यालय के उप-प्रधानाचार्य निभर्य निरंजन शंकर उपाध्याय द्वारा किया गया। कायर्क्रम का सफल बनाने में सभी आचार्य बहनें, आचार्य बन्धु एवं कमर्चारीगण की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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