लॉकडाउन में बहनोई घर पर ही रहने लगा तो प्लान बनाकर कर दी हत्या
जानू' और 'माई डियर' ने खोला हत्या का राज
पटना। बिहार के गया जिले के मुफस्सिल थाना अंतर्गत अमरी में 28 जून को योगेंद्र पासवान नाम के युवक की हत्या हो गई थी। पहले उसका गला दबाया गया था, फिर पत्थर से सिर पर वार किया गया था। गया पुलिस ने इस मामले का जो खुलासा किया है, वह सनसनीखेज है। पुलिस के अनुसार, योगेंद्र पासवान की हत्या रिश्ते में उसके साले लगने वाले मंझौली निवासी नीरज पासवान ने की थी। हत्या की वजह योगेंद्र की पत्नी रेणु का अपने मौसेरे भाई नीरज से संबंध था।
जानू- माई डियर जैसे शब्द और मोबाइल सर्विलांस से खुला राज
डीएसपी घूरन मंडल ने बताया कि हत्या के बाद एसएचओ के नेतृत्व में टीम बनाकर मामले की छानबीन की गई थी। एफआई आर दर्ज करते वक्त रेणु के मुंह से अपने मौसेरे भाई नीरज पासवान के लिए निकले 'जानू' व 'माई डियर' जैसे शब्द सुनते ही उपस्थित पुलिस कर्मियों के कान खड़े हो गए थे। इसी आधार पर पुलिस ने दोनों के मोबाइल कॉल डिटेल की जांच की। इनका मोबाइल सर्विलांस पर भी रखा गया था। इसी ने हफ्ते भर में ही पूरा खुलासा कर दिया। इसके बाद हत्या को अंजाम देने वाले नीरज को अरेस्ट कर कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने सब उगल दिया।
चित्र परिचय: लाल घेरे में रेणु
नीरज ने बताया कि रेणु उसकी मौसरी बहन है। उससे लंबे समय से अवैध सम्बन्ध था। इस बात की जानकारी परिवार के अन्य लोगों को भी थी। उसका पति योगेंद्र दिल्ली में रह कर काम करता था। इधर, लॉकडाउन के बाद वापस घर आ गया था। इस वजह से दोनों को मिलने- जुलने में दिक्कत हो रही थी। इसी बीच हत्या के लगभग एक हफ्ते पूर्व योगेंद्र का टनकुप्पा थाना अंतर्गत परसाव निवासी विनोद पासवान से किसी बात को लेकर अनबन हो गया। विनोद ने उसे जान से मारने की धमकी तक दे दी थी। इसी बात का फायदा उठाते हुए नीरज ने विनोद से साठगांठ की और एक अन्य युवक के सहयोग से हत्याकांड को अंजाम दिया।
मारने से पहले दी मछली-शराब की पार्टी
नीरज ने बताया कि हत्या वाले दिन परोरिया में लगने वाले साप्ताहिक हाट से डेढ़ किलो मछली खरीद कर बनाया और उसने कहीं से शराब की बोतलों का इंतजाम किया। फिर बन्धुआ व झुमरिया बांध के बीच खुले आसमान के नीचे सुनसान जगह पर रात आठ बजे तक खाने-पीने का दौर चला। इस दौरान योगेंद्र के मदहोश होने के बाद उसने, विनोद और एक अन्य साथी के साथ मिलकर गमछा से उसका गला घोंट दिया। इसके बाद पुलिस और अन्य लोगों को गुमराह करने के लिए रात भर योगेंद्र को ढूंढने का नाटक करता रहा। इसी बीच मौका मिलने पर शव को देर रात वारदात वाली जगह से हटा कर अमरी रोड स्थित बरसौना बधार में फेंक दिया। पुलिस इस मामले में रेणु और नीरज के दो अन्य साथियों की तलाश कर रही है। सभी फरार हैं।
पिछले दस वर्षां से अपने ससुराल में रह रहे गोबराहा निवासी योगेंद्र पासवान की 27 जून की रात हत्या कर दी गई थी। 28 जून को हत्यारों के गिरफ्तार करने के लिए लोगों ने आगजनी करते हुए सड़क जाम कर दिया था। इस मामले में योगेंद्र की पत्नी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए अपने भैसुर गोबराहा निवासी शिवा पासवान, उसकी पत्नी रिंकू देवी, उसका भाई परसाव निवासी विनोद पासवान, अनिल पासवान, सुनील पासवान, सतेंद्र पासवान व परैया थाना अंतर्गत कोइरी बिगहा निवासी अरविंद पासवान को नामजद आरोपी बनाया था।
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