कोर्ट मैरिज कर लौटे तो पंचायत ने लगाया 11 लाख का जुर्माना
प्रेमियों ने पुलिस बुलाई तब शांत हुआ मामला
जयपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले के रामड़ावास गांव में प्रेम -प्रसंग के एक मामले ने गांव के लोगों को दुविधा में डाल दिया है। दो बच्चों का पिता गांव की एक लड़की को लेकर घर से चला गया और अब दो माह बाद कोर्ट मैरिज कर लौट आया है। इस दौरान उसकी पत्नी बच्चों सहित ससुराल छोड़ पीहर चली गई। दोनों के वापस लौटने पर गांव में पंचायत बिठाई गई। गांव के लोगों ने पंचायत में लड़के के परिवार पर 11 लाख रुपए का जुर्माना थोप दिया। मामला बिगड़ते देख लड़के ने पुलिस को सूचना दी।
जानकारी के अनुसार रामड़ावास गांव का एक युवक दो माह पूर्व गांव की एक लड़की के साथ चले प्रेम -प्रसंग के बाद उसे भगा ले गया। लड़की की जाति के परिवार में चार मकान ही है और वे राजनीतिक रूप से दबंग भी नहीं है। हालांकि उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत भी की। पुलिस ने लड़की को पेश किया। इसके बाद लड़की ने बयान दिया कि उसने कोर्ट मैरिज कर ली है और वह उसके साथ ही रहना चाहती है ना कि अपने माता-पिता के साथ।
पत्नी छोड़ गई मायके
पति के लड़की के साथ गायब होने से नाराज उसकी पत्नी ने अपने पति को त्याग दिया और दो बच्चों के साथ अपने पीहर चली गई। ऐसे में उसके पीहर पक्ष के लोगों ने भी समाज पर दबाव डाला कि पंचायत बुलाई जाए।
समाज की प्रतिष्ठा पर आंच
समाज की प्रतिष्ठा पर आंच आते देख गांव के लोगों ने अपने सजातीय युवक के बजाय लड़की के परिजनों का साथ देने का फैसला किया। समाज के लोगों का कहना था कि यदि इस तरह की घटनाओं को समय पर रहते नहीं रोका गया तो ऐसे मामले बढ़ते जाएंगे। उन्होंने सभी ने माना कि यह बहुत गलत काम हुआ है। वहीं युवक की पत्नी के पीहर के लोगों ने भी मामले को जोर-शोर से उठाया।
गांव में रविवार को बैठी समाज की पंचायत में समुदाय ने लड़की के परिजनों का साथ देने का फैसला किया। युवक के पिता ने अपनी पगड़ी उतार समाज के लोगों से माफी भी मांगी। वहीं कुछ लोगों का कहना था कि इस मामले में लड़की के परिजन जो भी सजा कहेंगे वह समाज स्वीकार करेगा। बताया जा रहा है कि इसके बाद 11 लाख रुपए के जुर्माना देने पर दबाव बढ़ गया है।
युवक- युवती ने बुला ली पुलिस
मामला बिगड़ता देख युवक व युवती ने पुलिस को बुला लिया। पुलिस के पहुंचते ही जुर्माने का मुद्दा ठंडा पड़ गया। पुलिस के सामने ही समाज के लोगों के बीच काफी तकरार हुई। लेकिन पुलिस के कारण मामला आगे बढ़ नहीं पाया और पंचायत एक बार स्थगित कर दी गई। अब इसका फैसला बाद में किया जाएगा। पीपाड़ थानाधिकारी बाबूलाल राणा का कहना है कि बैठक में आपसी समझाइश से मामले का समाधान निकालने पर जोर दिया गया है।
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