ग्रापए रसड़ा ने जिलाधिकारी से की जांच कर कार्रवाई की मांग
रसड़ा(बलिया)। ग्रामीण पत्रकार एसोशिएशन तहसील इकाई रसड़ा की बैठक हुई। जिसमें रसड़ा के कतिपय पत्रकारों की वजह से पूरे पत्रकार समाज को आमजन की घोर उपेक्षा पर घोर चिंता प्रकट करते हुए इसकी कड़ी शब्दों में निंदा की गयी।
बैठक को संबोधित करते हुए ग्रापवे के अध्यक्ष ने कहा कि रसड़ा में पीत पत्रकारिता करने वालों की बाढ़ आ गयी है। तथाकथित पत्रकारों का एक पत्रकार संगठन ने पत्रकारों के निजी व्यवसायों के ऊपर अशोभनीय टिप्पणी कर यह जता दिया है कि उनकी नजर में कोई पत्रकार अगर व्यवसायी है, तो वह पत्रकार नहीं हो सकता है। उसके शिक्षा दीक्षा आदि और कटाक्ष करना पत्रकारिता के छवि धूमिल करना। कहा कि खुद उस संगठन में ही सोने चांदी से लेकर कूलर, बक्सा के साथ ही अन्य कारोबारी भी कथित रूप से पत्रकारिता करने का दम्भ भरते हैं। पत्रकारों ने रोष प्रकट करते हुए कहा की पत्रकारिता नियमों की अनदेखी कर दो चार तथा कथित ऐसे पत्रकारों का समूह सुबह से लेकर शाम तक अवांछित चाहत की इच्छा में पीत पत्रकारिता का नमूना पेश कर रहे हैं। रसड़ा नगर में चर्चित इन लोगों की कार्यशैली से सभी वाकिफ हो चुके हैं। ग्रापए के एक सदस्य ने कहा कि किसी से पत्रकार बनाने के नाम पर पैसा लेना तो, किसी से खबर प्रकाशित न करने के लिए ब्लैकमेल कर पैसा लेना, कभी किसी शिक्षक से उलझना, तो कभी प्राईवेट अस्पतालों से मनोवांछित इच्क्षा पूर्ति की आशा करना, यही इनकी कार्यप्रणाली है। किसी अन्य दूसरे पत्रकार संगठन पर उंगली उठाकर यह अपनी ओछी मानसिकता का परिचय देते हुए धृष्टता पूर्ण काम कर रहे है। ग्रामीण पत्रकार एशोसिएशन रसड़ा ऐसे पत्रकारों की घोर निंदा करता है।
उन्होंने जिलाधिकारी बलिया से मांग किया कि ऐसे पत्रकारों की जांच कराते हुए इनके विरुद्ध जांच कराकर कठोरतम कार्रवाई कराना सुनिश्चित करे। ताकि समाज में पत्रकारों का सम्मान व प्रतिष्ठा खण्डित न हो। बैठक में विनोद, अखिलेश सैनी, गोपालजी गुप्ता, देवनारायण प्रजापति, संजय शर्मा, ओमप्रकाश वर्मा आदि रहे। अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार शिवानंद व संचालन कृष्णा ने किया।
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