Monday, September 29, 2025

समान अवसर एवं जिम्मेदारी मिलने पर ही वास्तविक सशक्तिकरण संभव: डॉ. पुष्पा मिश्रा

जेएनसीयू में महिला मिशन शक्ति चरण 5.0 के अंतर्गत व्याख्यान का आयोजन 
बलिया। उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति चरण 5.0 के अंतर्गत जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय  के परिसर में कृषि विभाग द्वारा महिला सशक्तिकरण विषय पर  व्याख्यान का आयोजन कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता के संरक्षण और कुलसचिव एस एल पाल के मार्गदर्शन में किया गया।

मुख्य वक्ता निदेशक शैक्षणिक एवं समाज कार्य विभागाध्यक्ष डॉ. पुष्पा मिश्रा ने कहा कि “समाज में महिला और पुरुष एक गाड़ी के दो पहिए के समान हैं। यदि इनमें से एक भी कमजोर होगा तो समाज रूपी गाड़ी असंतुलित हो जाएगी।” उन्होंने कहा कि घर और समाज दोनों जगह महिला और पुरुष को समान अवसर और जिम्मेदारी मिलने पर ही वास्तविक सशक्तिकरण संभव है।

कृषि प्रभारी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. लाल विजय सिंह ने कहा कि “आज की महिलाएं अनेक उच्चाइयों को प्राप्त कर रही हैं। समाज और परिवार को नई दिशा देने में उनका योगदान सराहनीय है।” उन्होंने छात्रों एवं स्वयंसेवको  से कहा कि महिला सशक्तिकरण में युवाओं की बड़ी भूमिका है, और अनावश्यक टिप्पणी या व्यवहार से बचकर भी इसमें भागीदारी निभाई जा सकती है।

इस अवसर पर एन एस एस के कार्यक्रम अधिकारी डॉ संजीव कुमार, डॉ. अमर सिंह, डॉ. प्रदीप यादव, श्री आदित्य शर्मा तथा श्री कुलदीप , डॉ अमरतन गौतम, श्री शशि प्रकाश सहित अन्य प्राध्यापकगण और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
रिपोर्ट: विनय कुमार

मां गंगा के प्रति भक्ति -भाव है तो गंगा को प्रदूषित होने से बचाइए: मिथिलेश

गंगा समग्र गोरक्ष प्रान्त, इकाई बलिया द्वारा 'विश्व नदी दिवस महोत्सव' का किया गया आयोजन
बलिया। विश्व नदी दिवस के शुभ अवसर पर गंगा समग्र गोरक्ष प्रान्त, इकाई बलिया द्वारा अत्यन्त धूम - धाम से दिव्य एवं भव्य रूप में 'विश्व नदी दिवस महोत्सव' का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता 'गंगा समग्र' के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अमरेन्द्र प्रसाद सिंह ने किया, जबकि मुख्य अतिथि पूर्वी क्षेत्र (उ०प्र०) के क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख माननीय मिथिलेश जी रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में गोरक्ष प्रान्त के प्रान्त कार्यवाह एवं गंगा समग्र के पालक विनय जी एवं गोरक्ष प्रान्त के गंगा समग्र के संयोजक राजकिशोर मिश्र जी रहे।

 इस अवसर पर भजन गायन हेतु प्रसिद्ध भजन गायिका लाडली किशोरी जी ने गोष्ठी प्रारम्भ होने से पूर्व अपने सुमधुर भजनों के गायन से उपस्थित जनसमूह को मंत्र मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेन्द्र प्रसाद सिंह, मुख्य वक्ता मिथिलेश जी, राजकिशोर मिश्र जी, गंगा समग्र के जिला संयोजक धनंजय उपाध्याय एवं कार्यक्रम के संयोजक अजय कुमार तिवारी, एडवोकेट द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर एवं मां गंगा के चित्र पर माल्यार्पण कर तथा पुष्प अर्पित कर किया गया। इस अवसर पर लगभग तीन हजार गंगा भक्त उपस्थित रहे। 

     गोष्ठी के प्रारम्भ में गंगा समग्र गोरक्ष प्रान्त के संयोजक राजकिशोर मिश्र जी द्वारा गंगा समग्र संगठन की स्थापना के उद्देश्यों एवं कार्यक्रमों पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए गंगा महोत्सव मनाने की सार्थकता पर भी विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। इसके बाद विशिष्ट अतिथि विनय जी अपने उद्बोधन में कहा कि हमारा एक मात्र लक्ष्य मां गंगा को पतित -पावन, निर्मल एवं अविरल बनाना है। इसके लिए जन -जन का सहयोग एवं सहभागिता आवश्यक है।
      बतौर मुख्य वक्ता माननीय मिथिलेश जी ने अपने उद्बोधन में गंगा नदी की वर्तमान दशा एवं दुर्दशा पर विस्तृत प्रकाश डाला। गंगा की दुर्दशा को देखते हुए एवं प्रदूषण से उत्पन्न समस्याओं को देखते हुए ही गंगा को प्रदूषण मुक्त कर निर्मल एवं अविरल प्रवाहमान बनाने हेतु ही वर्ष 2011 में राष्ट्रीय स्तर पर "गंगा समग्र" संगठन को अस्तित्व में लाया गया। इसके साथ ही साथ पर्यावरण को सुरक्षित एवं संरक्षित रखते हुए सम्पूर्ण प्रकृति की रक्षा करना एवं इसके लिए अधिक से अधिक पौधारोपण पर वृक्ष आवरण को बढ़ाना है, ग्लोबल वार्मिंग एवं जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों से भी इस पृथ्वी की रक्षा हो सके। मुख्य अतिथि ने बताया कि गंगोत्री से गंगासागर तक यात्रा कर गंगा की दशा एवं दुर्दशा का मेंने अध्ययन किया और जन - जन से मिलकर विचार - विमर्श भी किया। सम्पूर्ण भारत में मां गंगा के प्रति जो आस्था भाव है , वह अपने - आप में बेजोड़ है किन्तु यह भी सत्य है कि मां गंगा की दुर्दशा के लिए भी हम स्वयं जिम्मेदार हैं। हमारे अन्दर मां गंगा की आस्था रहते हुए भी हम अनेक तरह से मां गंगा के जल को दूषित कर रहे हैं, किंतु उसे स्वच्छ रखने हेतु जरा भी विचार-भाव अपने अंदर नहीं ला रहे हैं।

    मुख्य वक्ता ने यह भी कहा कि वर्तमान समय में सांस्कृतिक विरूपता एवं विद्रूपता बढ़ती जा रही है। हमारी संस्कृति को नष्ट करने का कुचक्र चल रहा है। हमारे रहन - सहन, हमारी बोल - चाल में इस कदर बदलाव आता जा रहा है कि हम पूरी तरह पश्चिमी सभ्यता के रंग में सराबोर होकर अपनी सभ्यता एवं संस्कृति को भूलते जा रहे हैं, जो देश के लिए घातक सिद्ध हो रहा है। अनेक उदाहरणों को प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि आज भजन में भी भक्ति भाव कम होता जा रहा है एवं आसक्ति बढ़ती जा रही है।जब कि भजन में आसक्ति नहीं आनी चाहिए। 

     माननीय मुख्य वक्ता ने कहा कि गंगा के प्रति यदि भक्ति -भाव है तो गंगा को प्रदूषित होने से बचाइए। गंगा में गंदगी न फेंकें, कचरा न फेंके, अधजले शव प्रवाहित करें, प्लास्टिक न डालें अर्थात् यों समझिए कि किसी भी तरह की गंदगी गंगा में न डालें। मुख्य वक्ता ने यह भी कहा कि जीवन का आधार या यों कहें कि सृष्टि का आधार "क्षिति, जल , पावक, गगन, समीर"  है। ये पांच मूलभूत तत्व हैं। किंतु आज इनके ऊपर भी संकट आता जा रहा है। यदि ये तत्व नष्ट हो गए तो सृष्टि का भी विनाश होते देर नहीं लगेगी। 
   
 अंत में मुख्य वक्ता ने पांच मंत्र बताए जिसके आधार पर हम मां गंगा को भी सुरक्षित रख सकते हैं एवं हमारी संस्कृति भी अक्क्षूण बनी रहेंगी -
   1.  हम बदलेंगे, युग बदलेगा।
2. सुरक्षित सनातन, सुरक्षित परिवार, संस्कारित परिवार होना चाहिए। हमारा सनातन आधुनिकता एवं नग्नता के भार से दबता जा रहा है, इससे बचना होगा। छुआ - छूत आधुनिक रोग है, इससे भी बचना होगा।
3. हमें हर हाल में पर्यावरण को बचाना होगा। प्राणी जगत को बचाना होगा। पर्यावरण संरक्षण की शुरुआत अपने घर - परिवार से करना होगा।
4. अपने अंदर स्व का बोध लाना होगा। किंतु यह स्व का बोध भारतीय संस्कृति में रचा - बसा होना चाहिए। भारतीय संस्कृति को बचा कर रखना होगा।
5. हमें नागरिक शिष्टाचार का पालन करना होगा। यदि हमारे अंदर शिष्टाचार नहीं है तो हमारा कभी भी विकास नहीं हो सकता। हम कहीं भी अपने को समायोजित नहीं कर सकते हैं।
 कार्यक्रम के अध्यक्ष अमरेन्द प्रसाद सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि जब कोई समस्या होती है तो उसका समाधान खोजा जाता है। गंगा समग्र की स्थापना मां गंगा बढ़ रहे प्रदूषण एवं उसकी समाप्त होती निर्मलता एवं अविरलता से उत्पन्न समस्या के सामाधान कू उद्देश्य से की गयी। गंगा समग्र के कार्यकर्ता अत्यन्त समर्पित हैं, जिनके बदौलत आज गंगा मां में प्रदूषण की कमी हुई है तथा उसकी निर्मलता एवं अविरलता भी बढ़ी है, किंतु हमें इसका स्थाई समाधान ढूंढना होगा। हमें और अधिक समर्पित भाव से कार्य करना होगा। 

   कार्यक्रम का संचालन कुंवर सिंह महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के अन्यक्ष प्रो० रामकृष्ण उपाध्याय ने किया। अंत में कार्यक्रम के संयोग एवं गंगा समग्र के जिला संयोजक ने समवेत रूप से सभी आगंतुकों के प्रति आभार प्रकट किया। गोष्ठी के समापन के पश्चात सायं 6 बजे से रात्रि 8 बजे तक वाराणसी से पधारे गंगा आरती के विशेषज्ञ 11 पंडितों द्वारा मां गंगा के किनारे मां गंगा की दिव्य - भव्य रूप में आरती की गयी, जिसमें लगभग तीन हजार गंगा पुरूष एवं माताओं ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर पुण्य की भागी बनी।

 कार्यक्रम के सफल आयोजन में गंगा समग्र गोरक्ष प्रांत के शैक्षिक  आयाम प्रमुख डाॅ० गणेश कुमार पाठक, देव नारायण पाण्डेय, राजेश्वर गिरी, राजनारायण तिवारी, विजय राज जी, विभाग प्रचारक अम्बेश जी, जिला प्रचारक अखिलेश्वर जी, नगर प्रचारक प्रवीण जी, भारती सिंह, अर्जुन शाह, धर्मवीर उपाध्याय, रसड़ा से पधारे सभी गंगा समग्र कार्यकारिणी के सदस्य, दिलीप जी, राजेश महाजन, अजय राय, सुभाषिनी तिवारी, मदन मोहन सिंह, विमल राय, सुरेन्द्र नाथ दूबे, पवन कुमार, शशिभूषण चौबे, राम प्रकाश पाठक आदि गणमान्य लोगों सहित गंगा समग्र के सभी सदस्य उपस्थित रहे।

आज़ादी मिलने तक यदि भगत सिंह जीवित रहते तो अखण्ड भारत अखण्ड ही रहता: नागेन्द्र बहादुर सिंह

इंकलाबी युवा दिवस के रूप में मनाया गया भगत सिंह की जयंती 
बलिया। इंडियन पीपुल्स सर्विसेज (आईपीएस) के तत्वावधान में भगत सिंह जी की 118वीं जयंती इंकालबी युवा दिवस के रूप में 28 सितम्बर दिन रविवार को बरवां चट्टी पर बड़े ही हर्षौल्लास के साथ उनके चित्र पर माल्यार्पण पुष्पांजलि अर्पित कर इंकलाब जिंदाबाद भगत सिंह की राष्ट्रवादी इंकलाबी विचारधारा जिंदाबाद के उद्घोष के साथ मनाया गया। 

देश में केंद्रीय इंकलाबी भगत सिंह विश्वविद्यालय की स्थापना करने उनके विचारों लेखों को शैक्षणिक पाठ्य पुस्तकों में शामिल करने तथा भगत सिंह की जेल डायरी पर शोध कार्य प्रारंभ किए जाने की मांग को प्रमुखता से उठाते हुये पूर्वांचल छात्र संघर्ष समिति के संयोजक श्री मुरली मनोहर टाऊन स्नातकोत्तर महाविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष नागेन्द्र बहादुर सिंह झुन्नू ने अपने संबोधन में कहा कि इंकलाबी भगत सिंह अखंड भारत के सबसे युवा समस्त भारतवासियों के हृदय में वास करने वाले महान क्रांतिवीर हैं। शहीद आज़म भगत सिंह जी के इंकलाबी राष्ट्रवादी विचारधारा पर चलकर ही अखंड भारत का कल्याण संभव है और हमारा महान देश भारत दुनिया के महानतम देश की अग्रिम पंक्ति में खड़ा दिखाई देगा। आज देश की जो हालात है ऐसी स्थिति में भगत सिंह के विचारधारा की प्रासंगिकता और भी ज्यादा बढ़ जाती है। आज जरूरत है कि भगत सिंह के विचारों, लेखों और उनकी जेल डायरी से आने वाली युवा पीढ़ी को अवगत कराया जाय। भगत सिंह जी के लेख विद्यार्थी और राजनीति तथा नौजवानों के नाम क्रांति का संदेश देश के हर छात्र युवा के साथ-साथ सभी मजदूर, किसानों तक पहुंचाया जाय। आगे कहा कि यदि भगत सिंह देश को स्वतंत्रता मिलने तक जीवित रहते तो निश्चित ही देश के टुकड़े नहीं होते और अखण्ड भारत अखण्ड ही रहता। क्योंकि भगत सिंह को मानने वाले लोग अखंड भारत के हर हिस्से में हैं।

आईपीएस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अग्रेश मौर्या, राष्ट्रीय सचिव आवैस असगर हाशमी ने संयुक्त रूप से कहा कि भगत सिंह विचारधारा पर चलकर ही इंडियन पीपुल्स सर्विसेज (आईपीएस) द्वारा विद्यालय और विश्वविद्यालय से लगायत गांव गांव में युवा वर्ग को आईपीएस से जोड़ने का काम किया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष जुबेर खान बागी ने कहा कि भगत सिंह ने कहा था कि इंकलाब की तलवार विचारों की सान पर तेज होती है। इसका आशय यह है कि अध्ययन आंदोलन को तेज करना। अध्ययन के प्रति भगत सिंह की रुचि किस हद तक थी यह उनके जेल डायरी वह पुस्तकालय से मंगाई गई पुस्तकों की सूची से लगता है। भगत सिंह आप जिंदा हैं छात्रों, नौजवानों में मजदूरों और किसानों में जनता के अरमानों में भारत की इंकलाबी युवा पीढ़ी आपके सपनों को मंजिल तक पहुंचाएगी। इस संकल्प के साथ भगत सिंह जयंती इंकलाबी युवा दिवस कार्यक्रम संपन्न हुआ।

 अध्यक्षता आईपीएस के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद गोंडवाना तथा संचालन मनोज शाह ने किया। जिलाध्यक्ष सुरेश शाह, जिला सचिव मनोज चौहान, अग्रेश मौर्या, अवैस असगर हाशमी, सुभाष सिंह चौहान, लालचंद शाह, संजय गोंड, मोहन वजी अहमद, डॉक्टर अटीकम, अतिकुर रहमान, अमित शाह, धनंजय आदि लोग रहे।

Sunday, September 28, 2025

नवरात्र पर्व पर कन्या पूजन का है विशेष महत्व: अम्बेश

सेवा भारती बलिया इकाई द्वारा 151 कन्या पूजन समारोह का आयोजन
बलिया। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अनुषांगिक संगठन सेवा भारती बलिया इकाई द्वारा 151 कन्या पूजन समारोह का आयोजन नगर के अग्रवाल धर्मशाला में किया गया। इस अवसर पर पर  सभी अथितियों ने सभी 151 दुर्गा स्वरूपा कन्याओं का तिलक लगाकर पैर धोकर सामूहिक पूजन किया। इसके बाद सभी कन्याओं को सामूहिक भोजन करवाया गया। अतिथियों ने कन्याओं को दक्षिणा दी।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बलिया विभाग के विभाग प्रचारक अम्बेश ने इस अवसर पर कहा कि नवरात्र पर्व पर कन्या पूजन का विशेष महत्व है, क्योंकि इसमें कन्याओं को देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों का प्रतीक माना जाता है। कन्या पूजन के दौरान, 2 वर्ष से 10 वर्ष तक की कन्याओं को पूजने का विधान है, जिन्हें देवी के विभिन्न रूपों के रूप में देखा जाता है। उन्होंने आगे बताया कि कन्या पूजन का उद्देश्य न केवल देवी की कृपा प्राप्त करना है, बल्कि समाज में कन्याओं के प्रति सम्मान और उनकी सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी है। इस पूजन के दौरान कन्याओं को भोजन कराना और उन्हें उपहार देना एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो उनकी प्रसन्नता और संतुष्टि का प्रतीक है। कन्या पूजन के माध्यम से हम न केवल देवी की कृपा प्राप्त करते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन भी ला सकते हैं और कन्याओं के प्रति सम्मान और प्रेम को बढ़ावा दे सकते हैं।

    उन्होंने विजयादशमी उत्सव  के विषय में विस्तार से बताते हुए कहा कि विजयादशमी का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, जो भगवान राम द्वारा रावण के वध और देवी दुर्गा द्वारा महिषासुर के वध के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार हमें अपने जीवन में सकारात्मक मूल्यों को अपनाने और नकारात्मक प्रवृत्तियों को दूर करने की प्रेरणा देता है।

सेवा का भाव जागृत करना वास्तव में एक शक्तिशाली तरीका है जिससे हम अपने समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। जब हम दूसरों की सेवा करते हैं, तो हम न केवल उनकी मदद करते हैं, बल्कि अपने अंदर की नकारात्मकता को भी कम करते हैं।

कार्यक्रम की प्रस्ताविकि व संचालन सेवा भारती के उपाध्यक्ष रामकृष्ण उपाध्याय द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवा भारती के अध्यक्ष ई. कृष्ण गोपाल सिन्हा ने की। मंचस्थ अतिथियों में सेवा भारती के मंत्री अजय गुप्ता, सेवा भारती के उपाध्यक्ष राजीव कुमार थे।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बलिया नगर के नगर संघचालक परमेश्वरनश्री, विभाग के सह विभाग, कार्यवाह हरनाम, रामकुमार तिवारी, डॉ. संतोष तिवारी मारुति नन्दन, नगर प्रचारक प्रवीण, सेवा भारती समिति की विभाग मंत्री श्रीमती अंजना तिवारी, शिखा गुप्ता, आनन्द गुप्ता, रामबदन सिंह, नागेंद्र तिवारी के साथ अन्य गणमान्य  बन्धु भगिनियाँ उपस्थित थीं।

कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी पार्टी को मजबूती से 2027 के चुनाव हेतु करे तैयार: उदय बहादुर सिंह

सपा बांसडीह विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष उदय बहादुर सिंह ने पत्र किया जारी
बलिया। समाजवादी पार्टी बांसडीह विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष उदय बहादुर सिंह ने एक पत्र जारी कर विधान सभा क्षेत्र के पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को स्पष्ट किया है कि पार्टी की पिछली क्षेत्रीय मासिक बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दूरभाष के द्वारा अपने संबोधन में स्पष्ट कर दिया कि विधान सभा क्षेत्र में पार्टी पूर्व मंत्री रामगोविन्द चौधरी के नेतृत्व में ही संघर्ष कर आगे चुनाव लड़ेगी। ऐसे में आप कार्यकर्ता और पदाधिकारी किसी भी व्यक्ति के बात में आए बिना पार्टी को मजबूती से 2027 के चुनाव हेतु तैयार करे।

 क्षेत्रीय अध्यक्ष उदय बहादुर सिंह ने पत्र में बिना किसी के नाम का उल्लेख किए ही पार्टी का झण्डा लगाकर विधानसभा चुनाव की तैयारी करने वाले को पार्टी विरोधी करार दिया। यही नहीं उन्होंने कहा हैं कि ये तथा कथित लोग पार्टी का हमेशा से विरोध करते आ रहे है और पीडीए विरोधी मानसिकता के है ऐसे लोग पार्टी के साधारण सदस्य तक नहीं है और पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ 2017 के चुनाव में निर्दल प्रत्याशी बन कर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भी अपशब्द बोले है। ऐसे लोगों से पार्टी कार्यकर्ताओं को दूर एवं सावधान रहने की आवश्यकता हैं।

जेएनसीयू में “स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा” अंतर्गत भजन कार्यक्रम का आयोजन

संगीत विभाग के छात्र-छात्राओं ने दी भजनों की मनमोहक प्रस्तुति
बलिया। जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय में “स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा” अंतर्गत भजन कार्यक्रम का आयोजन  कुलपति प्रो0 संजीत कुमार गुप्ता के संरक्षण एवं निदेशक शैक्षणिक के दिशा निर्देश में “स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा 2025” के तहत भजन कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन संगीत विभाग के प्राध्यापक संतोष तिवारी एवं विजय प्रकाश पाण्डेय के मार्गदर्शन में किया गया। 

कार्यक्रम में संगीत विभाग के छात्र-छात्राओं ने “रघुपति राघव राजा राम”, “हे राम” सहित अन्य भजनों की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं, जिनसे वातावरण आध्यात्मिक और सकारात्मक ऊर्जा से भर गया। इस अवसर पर संगीत विभाग की प्रभारी डॉ. रूबी, निदेशक शैक्षणिक डॉ. पुष्पा मिश्रा, राजनीति विभाग के सहायक आचार्य डॉ. छवि लाल एवं अन्य विद्यार्थी उपस्थित रहे।

कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने  कार्यक्रम के आयोजन के संदर्भ में कहा कि “स्वच्छता केवल व्यक्तिगत आदत नहीं बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी है। स्वच्छ वातावरण से ही स्वस्थ समाज और सशक्त राष्ट्र का निर्माण संभव है। कला, संगीत और भजन जैसे सांस्कृतिक माध्यम समाज में जागरूकता फैलाने का प्रभावी जरिया हैं।” कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों एवं छात्र-छात्राओं ने स्वच्छता बनाए रखने का संकल्प लिया और इसे दैनिक जीवन में अपनाने की प्रतिबद्धता जताई।
रिपोर्ट: विनय कुमार

सागर सिंह राहुल के नेतृत्व में मनाई गई शहीद भगत सिंह जी की जयंती

जयंती के मौके पर जिला अस्पताल में किया रक्तदान
बलिया। कांग्रेस कमेटी के जिला उपाध्यक्ष सागर सिंह राहुल के नेतृत्व में 28 सितंबर दिन रविवार को भारत के महान क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह जी की जयंती मनाई गई।

 इस अवसर पर सागर सिंह राहुल, राजप्रकाश ने जिला अस्पताल पहुंच रक्तदान किया व चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदे आजम भगत सिंह जी को याद किया। श्री सिंह ने कहा की यह दिन न केवल उनकी बलिदान और देशभक्ति को याद करने का अवसर है, बल्कि उनके क्रांतिकारी विचारों और इंकलाब जिंदाबाद के नारे की भावना को पुनर्जीवित करने का भी दिन है। इस अवसर पर राजेश सिंह, अर्जुन मिश्रा, शंकर प्रसाद, भरत कुमार, कृष्णा कुमार, राहुल माझील उपस्थित रहें।

आज़ादी मिलने तक यदि भगत सिंह जीवित रहते तो अखण्ड भारत अखण्ड ही रहता: नागेन्द्र बहादुर सिंह

इंकलाबी युवा दिवस के रूप में मनाया गया भगत सिंह की जयंती 
बलिया। इंडियन पीपुल्स सर्विसेज (आईपीएस) के तत्वावधान में भगत सिंह जी की 178वीं जयंती इंकालबी युवा दिवस के रूप में 28 सितम्बर दिन रविवार को बरवां चट्टी पर बड़े ही हर्षौल्लास के साथ उनके चित्र पर माल्यार्पण पुष्पांजलि अर्पित कर इंकलाब जिंदाबाद भगत सिंह की राष्ट्रवादी इंकलाबी विचारधारा जिंदाबाद के उद्घोष के साथ मनाया गया। 

देश में केंद्रीय इंकलाबी भगत सिंह विश्वविद्यालय की स्थापना करने उनके विचारों लेखों को शैक्षणिक पाठ्य पुस्तकों में शामिल करने तथा भगत सिंह की जेल डायरी पर शोध कार्य प्रारंभ किए जाने की मांग को प्रमुखता से उठाते हुये पूर्वांचल छात्र संघर्ष समिति के संयोजक श्री मुरली मनोहर टाऊन स्नातकोत्तर महाविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष नागेन्द्र बहादुर सिंह झुन्नू ने अपने संबोधन में कहा कि इंकलाबी भगत सिंह अखंड भारत के सबसे युवा समस्त भारतवासियों के हृदय में वास करने वाले महान क्रांतिवीर हैं। शहीद आज़म भगत सिंह जी के इंकलाबी राष्ट्रवादी विचारधारा पर चलकर ही अखंड भारत का कल्याण संभव है और हमारा महान देश भारत दुनिया के महानतम देश की अग्रिम पंक्ति में खड़ा दिखाई देगा। आज देश की जो हालात है ऐसी स्थिति में भगत सिंह के विचारधारा की प्रासंगिकता और भी ज्यादा बढ़ जाती है। आज जरूरत है कि भगत सिंह के विचारों, लेखों और उनकी जेल डायरी से आने वाली युवा पीढ़ी को अवगत कराया जाय। भगत सिंह जी के लेख विद्यार्थी और राजनीति तथा नौजवानों के नाम क्रांति का संदेश देश के हर छात्र युवा के साथ-साथ सभी मजदूर, किसानों तक पहुंचाया जाय। आगे कहा कि यदि भगत सिंह देश को स्वतंत्रता मिलने तक जीवित रहते तो निश्चित ही देश के टुकड़े नहीं होते और अखण्ड भारत अखण्ड ही रहता। क्योंकि भगत सिंह को मानने वाले लोग अखंड भारत के हर हिस्से में हैं।

आईपीएस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अग्रेश मौर्या, राष्ट्रीय सचिव आवैस असगर हाशमी ने संयुक्त रूप से कहा कि भगत सिंह विचारधारा पर चलकर ही इंडियन पीपुल्स सर्विसेज (आईपीएस) द्वारा विद्यालय और विश्वविद्यालय से लगायत गांव गांव में युवा वर्ग को आईपीएस से जोड़ने का काम किया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष जुबेर खान बागी ने कहा कि भगत सिंह ने कहा था कि इंकलाब की तलवार विचारों की सान पर तेज होती है। इसका आशय यह है कि अध्ययन आंदोलन को तेज करना। अध्ययन के प्रति भगत सिंह की रुचि किस हद तक थी यह उनके जेल डायरी वह पुस्तकालय से मंगाई गई पुस्तकों की सूची से लगता है। भगत सिंह आप जिंदा हैं छात्रों, नौजवानों में मजदूरों और किसानों में जनता के अरमानों में भारत की इंकलाबी युवा पीढ़ी आपके सपनों को मंजिल तक पहुंचाएगी। इस संकल्प के साथ भगत सिंह जयंती इंकलाबी युवा दिवस कार्यक्रम संपन्न हुआ।

 अध्यक्षता आईपीएस के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद गोंडवाना तथा संचालन मनोज शाह ने किया। जिलाध्यक्ष सुरेश शाह, जिला सचिव मनोज चौहान, अग्रेश मौर्या, अवैस असगर हाशमी, सुभाष सिंह चौहान, लालचंद शाह, संजय गोंड, मोहन वजी अहमद, डॉक्टर अटीकम, अतिकुर रहमान, अमित शाह, धनंजय आदि लोग रहे।

Saturday, September 27, 2025

आंगनबाड़ी केंद्र में सफाई एवं पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन

स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा-2025 के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र भरतपुरा में हुआ विशेष कार्यक्रम
बलिया। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता के संरक्षण एवं समाज कार्य विभागाध्यक्ष डॉ. पुष्पा मिश्रा के मार्गदर्शन में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा -2025 के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र भरतपुरा में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर समाज कार्य विभाग के छात्र-छात्राओं एवं प्राध्यापकों ने आंगनबाड़ी परिसर की सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया तथा पर्यावरण संरक्षण हेतु पौधरोपण किया। कार्यक्रम के दौरान आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को मिष्ठान भी वितरित किया गया, जिससे बच्चों में विशेष उत्साह देखने को मिला। कार्यक्रम में सहायक आचार्य डॉ. रूबी ने स्वच्छता के महत्व पर प्रेरणादायी संदेश दिया। वहीं डॉ. प्रेम भूषण यादव ने उपस्थित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं छात्र-छात्राओं को स्वच्छता शपथ दिलाई।

इस अवसर पर कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि–स्वच्छता केवल एक अभियान नहीं बल्कि जीवन शैली का हिस्सा है। स्वच्छ परिसर, स्वस्थ समाज और हरित पर्यावरण ही एक उज्ज्वल भविष्य की नींव रख सकते हैं। विश्वविद्यालय परिवार समाज में स्वच्छता और जनजागरूकता के लिए सदैव अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा।"
रिपोर्ट: विनय कुमार

डांडिया और गरबा कार्यक्रम का हुआ आयोजन

सेवा सदन स्कूल, कथरिया के बच्चों ने उत्साह एवम उमंग के साथ गरबा व डांडिया नृत्य किए प्रस्तुत
सोहाव (बलिया)। सेवा सदन स्कूल, कथरिया में नवरात्रि पर्व पर डांडिया और गरबा कार्यक्रम हुआ। इसमें सभी कक्षा के विद्यार्थियों ने पूरे उत्साह एवम उमंग के साथ अपनी सहभागिता करते हुए गरबा और डांडिया नृत्य प्रस्तुत किए।

 कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण छोटे छोटे बच्चों का मां दुर्गा सहित नव देवी रूप में मंच पर उनकी उपस्थिति कार्यक्रम था। स्कूल के प्रबंधक सुधीर कुमार सिंह ने सभी प्रतिभागियों को उपहार देकर सम्मानित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हमारे बच्चों ने आज अपने प्रदर्शन के माध्यम से हमारी संस्कृति की सच्ची भावना को अपनाया है। उनकी ऊर्जा और उत्साह उनके उज्ज्वल भविष्य का प्रमाण हैं।

 प्रिंसिपल सुमन सिंह ने कहा कि ऐसी शानदार प्रतिभा और मेहनत देखकर गर्व महसूस हो रहा है। यह त्यौहार आप सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लेकर आए।

कार्यक्रम को सफल बनाने में दीपशिखा सिंह, अंजली पांडेय, रिया गुप्ता, सोनम, किरन, प्रणिता, रूबी, अर्चना, शबाना सहित सभी शिक्षको ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित किया।

नवरात्रि व्रत में 109वां डोनेशन प्लेटलेट्स के रूप में किया

काशी रक्तदान नेत्रदान कुटुम्ब समिति वाराणसी के सचिव राजेश कुमार गुप्ता सेंचुरियन ने किया रक्तदान
वाराणसी। आज शारदीय नवरात्रि के  छठे दिन माता रानी के लिए उपवास रखते हुए रोटरी क्लब ब्लड डोनर्स वाराणसी के चार्टर अध्यक्ष एवं काशी रक्तदान नेत्रदान कुटुम्ब समिति वाराणसी के संस्थापक सचिव कोटवा सराय मोहाना निवासी राजेश कुमार गुप्ता सेंचुरियन ने अपना 109 वां डोनेशन प्लेटलेट्स के रूप में दान एक कन्या के लिए किया। 

कहते है कि नवरात्रि में रक्तदान किसी कन्या पूजन से कम नहीं होता है वो भी अगर संजोग से किसी कन्या के लिए किया हो। अयोध्या पुलिस डिपार्टमेंट में सब इंस्पेक्टर रंजीत यादव जी की भतीजी वाराणसी में जीवन और मौत से जूझ रही है। अभी तक उस बिटिया को लगभग 15 यूनिट से ज्यादा (एस डी पी, ब्लड और प्लाज्मा) सब मिलाकर चढ़ाया जा चुका है। बिटिया की हालत चिंताजनक बनी हुई है। आइए बिटिया घर कुशल स्वस्थ होकर जाए ये बाबा काशी विश्वनाथ जी एवं माता अन्नपूर्णा से आग्रह करें।

Friday, September 26, 2025

सर्वांगीण व्यक्तित्व ही व्यक्ति को सफलता दिलाता है सफलता: प्रो. अजय कुमार शुक्ला

जेएनसीयू के विधि संकाय एवं अंग्रेजी विभाग द्वारा व्यक्तित्व विकास विषय पर आयोजित हुआ व्याख्यान
बलिया। जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के विधि संकाय एवं अंग्रेजी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से व्यक्तित्व विकास विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन प्रो संजीत कुमार गुप्ता, कुलपति के दिशा निर्देशों पर किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित प्रो. अजय कुमार शुक्ला, पूर्व विभागाध्यक्ष, अंग्रेजी विभाग, दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय रहे।

प्रो.अजय कुमार शुक्ला ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि व्यक्तित्व विकास केवल बाहरी आचरण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारी सोच, दृष्टिकोण और व्यवहार में निहित है। उन्होंने विद्यार्थियों को आत्मविश्वास, सकारात्मक सोच, अनुशासन, समय प्रबंधन तथा संचार कौशल को व्यक्तित्व के महत्वपूर्ण आधार स्तंभ बताया। प्रो. शुक्ला ने कहा कि आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में केवल शैक्षणिक योग्यता पर्याप्त नहीं है, बल्कि सर्वांगीण व्यक्तित्व ही व्यक्ति को सफलता दिलाता है।

उन्होंने विद्यार्थियो को सतत विकास लक्ष्य (SDG) पर कार्य करते हुए अपने व्यक्तित्त्व को निखारने पर जोर देते हुए कहा कि समाज में रह कर आप अपने साथ साथ समाज का भी विकास कर सकते हैं I व्याख्यान के दौरान विद्यार्थियों ने भी उत्साहपूर्वक सहभागिता की और अपने प्रश्नों के माध्यम से जिज्ञासा प्रकट की। 

स्वागत उद्बोधन डॉ अजय कुमार चौबे, संकायाध्यक्ष, विधि विभाग के द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन विधि विभाग की छात्रा साक्षी सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ सरिता पांडेय ने दिया। इस अवसर पर अंग्रेजी विभाग के सहायक आचार्य डॉ दिलीप मद्धेशिया, डॉ नीरज कुमार सिंह समेत अन्य प्राध्यापक गण भी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट: विनय कुमार

28 सितम्बर को विश्व नदी दिवस पर विशेष -

गंगा को अविरल बनाने हेतु पुन: करना होगा भगीरथ प्रयास: डाॅ. गणेश पाठक
 पौराणिक आख्यानों के अनुसार ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी  तिथि को महाराजा भगीरथ द्वारा घोर तपस्या कर मानव कल्याण हेतु एवं अपने साठ हजार  पितरों का उद्धार करने हेतु स्वर्ग से धरती पर लाया गया। किंतु आज पतित पावनी, जीवनदायिनी एवं सतत प्रवाही निर्मल गंगा इस कदर प्रदूषित हो गयी है कि कहीं - कहीं तो गंगा का जल न केवल पीने योग्य , बल्कि स्नान करने योग्य भी नहीं रह गया है। 

       यद्यपि गंगा को प्रदूषण मुक्त तथा अविरल एवं निर्मल बनाने हेतु अरबों रुपए खर्च किए जा चुके हैं, किंतु अभी भी गंगा न तो पूर्ण रूपेण प्रदूषण मुक्त हो सकी और न ही निर्मल तथा अविरल प्रवाही बन सकी। जबकि गंगा में स्वयं जल शुद्धिकरण की क्षमता है। इस आधार पर यह सोचनीय बात है कि आज मां गंगा का जल कितना अधिक प्रदूषित हो गया है। मां गंगा के जल का इस बेरहमी से दोहन एवं शोषण किया गया है कि मां गंगा आज प्रदूषण की मार से कराह रही है।

                 डाॅ. गणेश पाठक (पर्यावरणविद )

    गंगा मात्र जल स्रोत के रूप में हमारे लिए जल संसाधन ही नहीं है, बल्कि गंगा हमारी मां है। करोड़ों लोगों के जीवन का आधार है। सभ्यता एवं संस्कृति का विकास इसी मां गंगा के किनारे हुआ। इस लिए मां गंगा सभ्यता एवं संस्कृति की संवाहक है। मां गंगा हमारा प्रत्येक दृष्टि से भरण -पोषण करके समारा समग्र विकास करती है। गंगा वासियों का जीवन की कहानी गंगा मां की गोद से शुरू होकर मां गंगा में ही समाहित होती है। इस तरह मां गंगा हमारी सभ्यता एवं संस्कृति की पहचान है।

       किंतु सबका भरण- पोषण करने वाली मां गंगा आज आज हमारे स्वार्थपरक कार्यों के चलते एक तरफ जहां प्रदूषण से बेहाल है, वहीं दूसरी तरफ मां गंगा के जल को रोककर या जल के प्रवाह को बाधित कर अनेक विकास परियोजनाएं निकाली गयी हैं। गंगा नदी से अनेक नहरें निकाल कर एवं बांध का निर्माण कर गंगा नदी के सतत प्रवाही जल को बाधित कर दिया गया है। फलत: गंगा नदी की जल धारा का अबाध गति से प्रवाह एवं उसकी निरंतरता भी बाधित हो गयी है। खासतौर से टिहरी बांध बन जाने के बाद से तो गंगा नदी का प्रवाह विशेष रूप से बाधित हुआ है, जिसके फलस्वरूप गंगा की धारा में जल की कमी हो गयी है और गंगा के प्रवाह मार्ग में आज कल जगह - जगह बालू के टीले उभर आए हैं। यही नहीं गर्मी के दिनों में तो अनेक जगहों पर गंगा नदी को पैदल ही पार किया जा सकता है। सबका कल्याण करने वाली मां गंगा जल की कमी से कराह रही है।

आज गंगा नदी की जल पारिस्थितिकी, जीव पारिस्थितिकी,
मृदा पारिस्थितिकी एवं पादप पारिस्थितिकी बढ़ते प्रदूषण के कारण असंतुलित होती जा रही है। अर्थात् गंगा घाटी की सम्पूर्ण पारिस्थितिकी ही असंतुलन का शिकार हो रही है, जिसके चलते गंगा जल एवं गंगा घाटी में रहने वाले जीव- जंतुओं , वनस्पतियों, मिट्टी एवं जल के लिए संकट की स्थिति उत्पन्न होती जा रही है।

    गंगा में प्रदूषण की स्थिति यह है कि गंगा किनारे स्थापित उद्योगों से निकलने वाला मलवा बिना उपचारित किए ही गंगा नदी में गिराया जा रहा है। नगरों से निकलने वाला कचरा एवं मल- जल भी बेरोक - टोक गंगा में गिराया जा रहा है। जबकि नियमत: इन प्रदूषित पदार्थों को संशोधित कर ही गंगा में गिराए जाने का प्राविधान है, किंतु इसका कड़ाई से पालन नहीं हो रहा है। कृषि के लिए प्रयुक्त रासायनिक खाद, जीव - जंतु नाशक एवं खर- पतवार नाशक विषैली दवाएं भी  मिट्टी में मिलने के बाद वर्षा जल के प्रवाह के साथ या बाढ़ के जल के साथ गंगा नदी में गिर रहा है। इन सबके चलते गंगा का जल निरन्तर प्रदूषित होता जा रहा है। 

  गंगा की जल प्रवाह की निरन्तरता के बाधित होने से गंगा के प्रवाह क्षेत्र में गाद का जमाव होता जा रहा है। जल की कमी से जलीय जीवों के लिए भी संकट उत्पन्न होता जा रहा है। तलहटी में गाद के जमाव से नदी तल उथला होता जा रहा है ,जिससे नावों एवं जलयानों के संचालन में कठिनाई उत्पन्न हो रही है। नदी का तल उथला होने से जल का प्रवाह धीमा हो जाता है, जिससे बरसात के दिनों में जब पानी अधिक होता है हो पानी आगे न बढ़कर किनारों पर फैलकर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न कर देता है।

     यद्यपि कि गंगा को स्वच्छ एवं प्रवाहमान बनाने हेतु अब तक सरकार द्वारा अरबों रूपए खर्च किए जा चुके हैं। अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा चुकी हैं एवं क्रियान्वित हो रही हैं, किंतु ये योजनाएं अपने यथेष्ट उद्देश्य में पूर्णत: सफल नहीं हो रही हैं, जिस पर समुचित ध्यान देने की आवश्यकता है। इसके साथ - साथ यह भी सच है कि गंगा को स्वच्छ करना केवल सरकार की ही जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हमारी भी जिम्मेदारी होनी चाहिए। गंगा के किनारे रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की यह जिम्मेदारी होनी चाहिए कि हम ऐसा कोई भी कार्य न करें, जिससे गंगा का जल प्रदूषित हो। 

     यदि हम गंगा में प्रदूषित पदार्थों को गिराना छोड़ दें, तो गंगा में इतनी क्षमता है कि मां गंगा स्वत: शुद्ध हो जायेगी। आज आवश्यकता है हमें पुन:  राजा भगीरथ की तरह दृढ़ प्रतिज्ञा करने की है, ताकि मां गंगा अपने मूल रूप में अपनी पवित्रता एवं शुद्धता को प्राप्त कर सतत प्रवाही, पुण्य सलिला एवं पाप नाशीनी स्वरूप को ग्रहण कर लोक कल्याणकारी रूप में पुन: प्रतिष्ठापित हो सके।

दीक्षोत्सव के उपलक्ष्य में प्लेसमेंट सेल, जेएनसीयू द्वारा हुआ शैक्षणिक व्याख्यान

करियर निर्माण: विकल्प, चुनौतियां एवं अवसर” विषयक प्रेरक व्याख्यान संपन्न
बलिया। जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के सप्तम दीक्षांत समारोह के उपलक्ष्य में कुलपति प्रो संजीत कुमार गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन एवं संरक्षण में दीक्षोत्सव सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। दीक्षोत्सव सप्ताह के अंतर्गत दिनांक 26 सितंबर, 2025 को विश्वविद्यालय अवस्थित नवीन अकादमिक भवन के सभागार में “करियर निर्माण: विकल्प, चुनौतियां एवं अवसर” विषय पर एक प्रेरक व्याख्यान आयोजित किया गया।

 यह व्याख्यान विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के सहायक आचार्य डॉ. नीरज कुमार सिंह द्वारा प्रस्तुत किया गया।  डॉ. सिंह ने विद्यार्थियों को करियर निर्माण की प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि करियर केवल रोजगार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के व्यक्तित्व, रुचि और जीवन मूल्यों से गहराई से जुड़ा हुआ है। उन्होंने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि बदलते हुए वैश्विक परिदृश्य में करियर के विकल्प अत्यधिक विविध और बहुआयामी हो गए हैं। इन अवसरों का लाभ उठाने के लिए विद्यार्थियों को आत्मविश्वास, कौशल-विकास और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है।

चुनौतियों पर चर्चा करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि प्रतिस्पर्धा, अनिश्चितता और तकनीकी बदलाव हमारे समय की सबसे बड़ी चुनौतियाँ हैं। ऐसे में विद्यार्थियों को लचीलापन, सतत अधिगम और सही मार्गदर्शन की आवश्यकता है। व्याख्यान के अंत में विद्यार्थियों ने प्रश्नोत्तर सत्र में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने शंकाओं का समाधान प्राप्त किया।

कार्यक्रम संयोजक डॉ विजय शंकर पांडेय, समन्वयक प्लेसमेंट सेल रहे। स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन बी.बी.ए. अंतिम वर्ष के छात्र हर्ष वर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की सहायक आचार्य मंशा पांडेय, प्रीति ओझा, डॉ अभिषेक मिश्र, डॉ संजीव कुमार, डॉ गुंजन कुमार, डॉ शशि भूषण आदि उपस्थित रहे।

उक्त कार्यक्रम में वाणिज्य संकाय, प्रबंधन संकाय और कला संकाय के छात्र कृष्ण दीक्षित, अमन, विवेकानंद, शौर्य, प्रतीक्षा ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
रिपोर्ट: विनय कुमार

भगत सिंह जयंती इंकलाबी युवा दिवस के रूप में मनाएगा आईपीएस

28 सितम्बर को मनाई जाएगी शहीद भगत सिंह की जयंती
बलिया।  शहीदे आज़म भगत सिंह जयंती "इंकलाबी युवा दिवस" के रूप में 28 सितम्बर को सुबह 10 बजे से गड़वार रोड़ बरवां चट्टी पर इंडियन पीपुल्स सर्विसेज (आईपीएस) के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद गोंडवाना की अध्यक्षता में आयोजित है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता पूर्वांचल छात्र संघर्ष समिति के संयोजक श्री मुरली मनोहर टाऊन स्नातकोत्तर महाविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष मा. नागेन्द्र बहादुर सिंह झुन्नू जी होंगे।

 इस आशय की जानकारी इंडियन पीपुल्स सर्विसेज (आईपीएस) के महासचिव मनोज शाह व जिला सचिव मनोज चौहान ने संयुक्त रूप से देते हुए छात्र- नौजवानों से भगत सिंह जयंती कार्यक्रम में अधिकाधिक संख्या में भाग लेकर शहीदे आज़म भगत सिंह जी की राष्ट्रवादी इंकलाबी विचारधार को आज की युवा पीढ़ी सहित जन-जन में पहुंचाने की अपील की है।

Wednesday, September 24, 2025

सशक्त महिला सबल समाज के उद्देश्य के साथ हुआ महिला सम्मेलन

सप्तम दीक्षांत समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित हुआ कार्यक्रम
बलिया। माननीय कुलाधिपति श्रीमती आनन्दी बेन पटेल के निर्देशानुसार एवं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० संजीत कुमार गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन मे जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया के सप्तम दीक्षांत समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित दिक्षोत्सव में आज विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए हुए गांव बसंतपुर में महिला अध्ययन केंद्र एवं सांस्कृतिक समिति के संयुक्त तत्वावधान में एक महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसका थीम सशक्त महिला सबल समाज रहा।

इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य गाँव में निवास करने वालो हाशिए के उन महिलाओं को मंच प्रदान करना था जिसके द्वारा वे सशवत रूप से अपनी आवाज मुखर कर सके। इस सम्मेलन मे गांव की विभिन्न महिलाओं ने सहभागिता की तथा अपने व्यक्तिगत जीवन के अनुभवों को साझा किया इस मंच के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं ने अनेक सामाजिक समस्याएं जैसे नशा, अशिक्षा, स्वास्थ्य, जातिगत भेदभाव रहन सहन एवं आवास आदि से सम्बन्धित विभिन्न मुद्दो पर खुलकर बातचीत की इस सम्मेलन मे विश्वविद्यालय की तरफ से ग्रामीण महिलाओं को उपहार भेट किया गया।

 इस सम्मेलन मे विश्वविद्यालय की महिला अध्ययन केंद्र से डॉ. 'रंजना मल्ल, डॉक्टर स्मिता डॉक्टर प्रज्ञा एवं संस्कृति समिति के संयोजक डॉक्टर रजनी डॉ सौम्या और निदेशक शेक्षणिक डा० पुष्पा मिश्रा कुलानुशासन डॉ प्रियंका  सिंह, डॉ० संध्या उपस्थित रही।
रिपोर्ट: विनय कुमार

रोटरी क्लब ब्लड डोनर्स वाराणसी को मिला चार्टर

प्रयागराज में हुए रोटरी इंटरसिटी मीट *प्रभाव* में मिला क्लब का चार्टर
वाराणसी। रोटरी मंडल 3120 के गवर्नर डॉक्टर आशुतोष अग्रवाल जी ने प्रयागराज में सम्पन्न रोटरी इंटरसिटी मीट *प्रभाव* में रोटरी क्लब ब्लड डोनर्स वाराणसी को क्लब का चार्टर प्रदान किया। चार्टर अध्यक्ष रोटेरियन राजेश कुमार गुप्ता ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि यह डिस्ट्रिक्ट का पहला काज बेस क्लब है। 

क्लब जी एस आर रोटेरियन प्रशांत नागर, चार्टर सचिव डॉक्टर आशीष गुप्ता, कोषाध्यक्ष राहुल चौरसिया, विशाल गुप्ता और दिव्यांक सिंह उपस्थित थे। चार्टर मिलने पर क्लब के असिस्टेंट गवर्नर रोटेरियन अमर अग्रवाल ने बधाईयां दी हैं।

प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं परिवहन मंत्री के आश्वासन के बावजूद वेतन के लाले

 सुदिष्ट बाबा पी.जी कॉलेज सुदिष्टिपुरी बैरिया में शिक्षक और कर्मचारी का आंदोलन जारी
बैरिया (बलिया)। सुदिष्ट बाबा पी.जी कॉलेज सुदिष्टिपुरी बैरिया में शिक्षक और कर्मचारी का आंदोलन जारी है। इस दौरान जनकुआक्टा के महामंत्री डॉक्टर अवनीश चंद्र पांडे इस आंदोलन में पहुंचे।

उन्होंने शिक्षको और कर्मचारियों के आंदोलन के बारे में बताया कि  सुदिष्ट बाबा पी. जी. कालेज, सुदिष्टिपुरी, बैरिया, बलिया के प्रबंध समिति के सचिव श्री अनुप सिंह, अध्यक्ष प्रबंध समिति/ माननीय मंत्री श्री दयाशंकर सिंह जी, परिवहन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, लखनऊ एवं क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, वाराणसी के त्रिकोणीय संघर्ष में शिक्षकों व कर्मचारियों का माह जुलाई व माह अगस्त 2025 के वेतन का भुगतान आज दिनांक 23 सितम्बर 2025 तक नहीं हुआ है और शिक्षक एवं कर्मचारी इस दर से उस दर भटक रहे हैं। 

प्रबंध समिति के सचिव, प्रबंध समिति के अध्यक्ष व क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, वाराणसी तीनों ही एक दूसरे पर उत्तरदायित्व डालकर वेतन बाधित किए हुए हैं। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी का टेलीफोनिक वार्ता के क्रम में कहना है कि प्राचार्य का हस्ताक्षर नियमानुसार प्रमाणित नहीं है। प्राचार्य अध्यक्ष, प्रबंध समिति व सचिव प्रबंध समिति से बात कर वेतन लाएं, मैं पास करने के लिए बैठा हूँ। सचिव, प्रबंध समिति का कहना है कि वेतन बिल पर मैंने नियमानुसार हस्ताक्षर कर दिया है। आयोग से चयनित प्राचार्य डॅा. श्रीराम शर्मा के त्यागपत्र देने, रिलिव होने और अपने मूल कालेज से वेतन आहरित करने के बाद भी एक छद्म राजनीति करते हुए प्राचार्य शर्मा का मंत्री जी को यह बताना कि हमें "वहाँ से भगा दिया गया" सम्बंधित गलत सूचना यहाँ के शिक्षकों एवं कर्मचारियों के वेतन पर भारी पड़ गया। जबकि प्राचार्य श्री राम शर्मा स्वयं के कृत्यों के कारण एक चारीत्रिक आरोप में उलझकर त्यागपत्र देकर चले गए।

इस संबंध में सचिव, प्रबंध समिति का कहना है कि नव नियुक्त प्राचार्य श्री प्रकाश चन्द्र त्रिपाठी की नियुक्ति अध्यक्ष, प्रबंध समिति को विधिवत् सूचित कर नियमानुसार की गई है और समस्त ऐडमिशन एवं कालेज व विश्वविद्यालय सम्बंधित प्रशासनिक कार्यों का नियमानुसार निर्वहन कर रहे हैं और वेतन बिल पर नियमानुसार हस्ताक्षर होने के बावजूद क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, वाराणसी द्वारा अनावश्यक बाधा उत्पन्न की जा रही है जिससे वेतन न मिलने से शिक्षक एवं कर्मचारी परेशान एवं आंदोलित हैं।  वहीं, अध्यक्ष, प्रबंध समिति/माननीय मंत्री परिवहन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, लखनऊ श्री दयाशंकर सिंह जी का कहना है कि नये प्राचार्य की नियुक्ति की सूचना मुझे नियमानुसार नहीं दी गई और कालेज मनमाने ढंग से संचालित किया जा रहा है और प्रबंध समिति के सचिव विना मुझे संज्ञान में लिए निर्णय ले रहे हैं जो बर्दाश्त नहीं है।
 
 यद्यपि मंत्री जी से मिलने पर मंत्री जी ने यह बात स्वीकार किया कि शिक्षकों व कर्मचारियों का कोई दोष नहीं है और आश्वासन दिया कि मैं बोल देता हूँ कि वेतन दे दिया जाए। मंत्री जी के आश्वासन दिए भी 15 दिन हो गये किंतु वेतन नहीं मिला। 

       महोदय, माननीय मंत्री जी परिवहन विभाग,उत्तर प्रदेश सरकार,लखनऊ/अध्यक्ष प्रबंध समिति, सुदिष्ट बाबा पी. जी. कालेज, सुदिष्टिपुरी, बैरिया, बलिया व सचिव, प्रबंध समिति तथा क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, वाराणसी के आपसी खींचतान और आरोप- प्रत्यारोप में शिक्षकों व कर्मचारियों का वेतन न मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय है और शिक्षक एवं कर्मचारी आंदोलनरत हैं।कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति वेतन सम्बंधित जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है और वेतन सम्बंधित समस्या का निदान नहीं कर रहा है। 

        अतः आप से निवेदन है कि उक्त समस्या का निदान करते हुए शिक्षकों एवं कर्मचारियों के माह जुलाई व माह अगस्त 2025 का वेतन सितम्बर 2025 के वेतन के साथ भुगतान हेतु जिम्मेदार लोगों को त्वरित कार्यवाही करने हेतु निर्देशित करने की कृपा करें।

इस दौरान डॉ अवनीश चंद्र, डॉ ओम प्रकाश यादव, डॉ सुनील यादव डॉक्टर संजय मिश्रा, डॉक्टर शिवेश कुमार राय, धरने पर मुख्य रूप से शिक्षकगण प्रो० सन्तोष कुमार सिंह,डॉ० सुधीर कुमार गुप्ता,डॉ० त्रिपुरारि कुमार ठाकुर, राहुल कुमार, डॉ० विवेकानन्द देव पाण्डेय,सुश्री आकांक्षा उपाध्याय, डॉ० सत्येन्द्र मणि विक्रम, डॉ० सुबोधकांत तिवारी, श्री विवेक कुमार राय,श्री आनन्द द्विवेदी, डॉ० अवनीश कुमार यादव, डॉ० रामचन्द्र, श्री अजय कुमार, श्री वीरेन्द्र त्रिपाठी, डॉ० शिखा श्रीवास्तव, डॉ० सहजानन्द भारती, डॉ० आभा श्रीवास्तव,डॉ० राजीव कुमार श्रीवास्तव, डॉ० अखिलेश कुमार पाण्डेय साथ ही कर्मचारीगण संतोष कुमार राम, बबलू कुमार सिंह, संतोष कुमार पाण्डेय, दिलीप चौधरी, चन्द्रशेखर सिंह,अरविन्द कुमार सिंह, संजय कुमार त्रिशूलिया, स्वतन्त्र कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट: विक्की कुमार गुप्ता

Tuesday, September 23, 2025

श्रीजी हॉस्पिटल, बलिया में डॉ. कंचन जायसवाल महिलाओं के लिए वरदान

महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए रखती है विशेषज्ञता 
बलिया। श्रीजी हॉस्पिटल, जलालपुर राजधानी रोड, बलिया में डॉ. कंचन जायसवाल एक प्रसिद्ध प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। वह महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए विशेषज्ञता रखते हैं और लैप्रोस्कोपिक सर्जरी में भी विशेषज्ञता रखते हैं। डॉ. कंचन जायसवाल के पास एमबीबीएस, डीएनबी और डीजीओ की डिग्री है और वह महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहे हैं।

डॉ. कंचन जायसवाल की विशेषताएं:
- प्रसूति एवं स्त्री रोग: डॉ. कंचन विशेषज्ञता रखते हैं प्रसूति एवं स्त्री रोग में, जिसमें फाइब्रॉएड्स, एंडोमेट्रियोसिस, प्रोलैप्स्ड यूटेरस, ओवेरियन सिस्ट्स और फर्टिलिटी एन्हांसमेंट जैसे विषय शामिल हैं।

- लैप्रोस्कोपिक सर्जरी: वह लैप्रोस्कोपिक सर्जरी में भी विशेषज्ञता रखते हैं, जो एक आधुनिक और दर्द रहित सर्जरी तकनीक है।

श्रीजी हॉस्पिटल की जानकारी:
- स्थान: जलालपुर राजधानी रोड, बलिया
- सेवाएं*: श्रीजी हॉस्पिटल में विभिन्न प्रकार की चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती हैं, जिसमें प्रसूति एवं स्त्री रोग सेवाएं भी शामिल हैं।

डॉ. कंचन जायसवाल और श्रीजी हॉस्पिटल, बलिया महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। डॉ. कंचन की विशेषज्ञता और श्रीजी हॉस्पिटल की सेवाएं महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन हैं।
रिपोर्ट: विक्की कुमार गुप्ता

जीएसटी के नाम पर बेतहाशा वसूली के लिए माफी मांगे भाजपा: कान्हजी

सपा नेता ने जीएसटी को लेकर भाजपा पर साधा निशाना 
बलिया। समाजवादी पार्टी के उपाध्यक्ष/ प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय कान्हजी ने जीएसटी में छूट के नाम पर बीजेपी द्वारा किए जा रहे प्रचार-प्रसार को आत्ममुग्धता बताया है। 

उन्होंने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि जीएसटी संशोधन के नाम पर सत्ता पार्टी आत्ममुग्धता का शिकार है। इसी प्रकार जब जी एस टी आधी रात को लागू हुआ था सरकार उत्सव मना रही थी। लगभग आठ वर्षों से व्यापारियों एवं जनता से भारी भरकम टैक्स की वसूली करने वाली सरकार कुछ आंशिक छूट दे कर अपनी पीठ स्वयं ही थपथपा रही है। जबकि होना यह चाहिए था कि सरकार को इन आठ वर्षों में टैक्स के नाप पर किए गए बेहतशा वसूली के लिए देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए। लेकिन ये सरकार शहरों में सड़क और प्रतिष्ठानों पर घूम-घूम कर ढोल नगाड़े के साथ अपनी पीठ स्वयं थपथपा रही है। सरकार अपने असफलताओं पर पर्दा डालने का असफल प्रयास कर रही है। 

उन्होंने कहा कि हर वक्त देश की जनता के आंखों में धूल झोंकने को आतुर बीजेपी सरकार से लोगों का अब मोह भंग हो गया है। सपा प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी सरकार पहले जनता को खूब दबाती है फिर कुछ दिन बाद थोड़ा सा राहत देकर उसी का ढिंढोरा पीटती है। अब यही उसका मॉडल बन गया है। सुशील कुमार पाण्डेय ने कहा कि बलिया में अपराधी बेलगाम और प्रशासन सुस्त हो गया है। जनपद में प्रतिदिन कोई न कोई बड़ी आपराधिक घटना घटित हो रही है। नारा जीरो टॉलरेंस का दिया जा रहा है जो जनता के साथ धोखा है। पुलिस जाति के आधार पर क्रिमिनल से व्यवहार कर रही है जो निंदनीय है।

आनन्द कुमार मौर्य बने महाराजा सुहेलदेव विवि. के परीक्षा नियंत्रक

इस उपलब्धि पर उच्च शिक्षा से जुड़े प्रबुद्ध जनों ने दी शुभकामनाएं 
बलिया। जनपद के आनन्द कुमार मौर्य महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ के परीक्षा नियंत्रक नियुक्त हुए है। जिले के टकरसन गाँव निवासी महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ के उप कुलसचिव पद पर कार्यरत आनन्द कुमार मौर्य को उ.प्र.शासन के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कुलसचिव/ परीक्षा नियंत्रक ग्रेड मे प्रोन्नत कर सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ का परीक्षा नियंत्रक बनाया गया है।

 बलिया के लाल की इस उपलब्धि पर उच्च शिक्षा से जुड़े टीडी काॅलेज के प्रोफेसर सन्तोष कुमार गुप्त, प्रोफेसर धर्मेन्द्र सिंह, प्रोफेसर अशोक कुमार सिंह , डाॅ. राम सिंह , इतिहासकार डाॅ.शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने प्रसन्नता व्यक्त की है।

गोंड अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र जारी करने हेतु एसडीएम बांसडीह को सौंपा पत्रक

उत्तर प्रदेश होम गार्ड भर्ती आई है जनजाति प्रमाण पत्र जारी करो के लगे जोरदार नारे.... बांसडीह (बलिया)। उत्तर प्रदेश होम गार्ड भर...