वर्तमान सामाजिक एवं पारिवारिक विषय पर गोष्ठी व महिला सम्मान कार्यक्रम का हुआ आयोजन
बलिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अनुषांगिक संगठन अधिवक्ता परिषद काशी बलिया इकाई द्वारा सिविल कोर्ट बलिया के केंद्रीय सभागार में 25 मार्च दिन मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में वर्तमान सामाजिक एवं पारिवारिक विषय पर गोष्ठी व महिला सम्मान का कार्यक्रम किया गया।
सर्वप्रथम इस गोष्ठी व महिला सम्मान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय जनपद न्यायाधीश श्री अमित पाल सिंह जी व विशिष्ट अतिथि अपर प्रधान न्यायाधीश श्रीमती सरला दत्ता जी व अन्य न्यायिक अधिकारियों द्वारा माँ सरस्वती एवं लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के चित्र पर पुष्पांजलि व दिप प्रज्ज्वलन व सुप्रसिद्ध लोकगायिका अनुभा राय एवं वैष्णवी के वंदेमातरम गीत के बाद कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
अतिथि परिचय के बाद मुख्य अतिथि जनपद न्यायाधीश अमित पाल जी ने महिला दिवस की विशद व्याख्या करते हुए बताया कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिला अधिकार आंदोलन के साथ-साथ समानता और मुक्ति के लिए महिलाओं की लड़ाई की याद दिलाता है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस लैंगिक समानता, महिलाओं के खिलाफ हिंसा और दुर्व्यवहार जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है। भारतीय संस्कृति में नारी को देवी का रूप कहा जाता है। आज से नहीं बल्कि सदियों से भारत में महिलाओं की पूजा की जाती है। यहां पर बल के लिए मां दुर्गा, धन के लिए मां लक्ष्मी और बुद्धि के लिए माता सरस्वती की पूजा करने की परंपरा है।
उन्होंने आगे बताया कि आज भी महिलाओं के बगैर समाज की कोई कल्पना नहीं की जा सकती है। समाज में महिलाओं का योगदान हो या फिर आर्थिक क्षेत्र में उनकी तरक्की वह हर क्षेत्र में पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है।
प्रधान न्यायाधीश व विशिष्ठ अतिथि श्रीमती सरला दत्ता ने महिलाओं की समाज में भूमिका पर बोलते हुए कहा कि आज महिला किसी से कम नहीं हैं। महिलाएं सशक्त हुई हैं व देश की उन्नति में अपना विशेष योगदान दे रहीं है। उन्होंने सुनीता विलियम्स का उदाहरण देते हुए बताया कि किस प्रकार एक नारी अपनी योग्यता का पचम लहराया।
गोष्ठी को संबोधित करने वालों में अपर जनपद न्यायाधीश श्रीमती नीलम ढाका,अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रीमती कविता त्रिपाठी, न्यायिक मजिस्ट्रेट पूर्णिमा यादव जी रहीं। इस अवसर पर उपरोक्त अतिथियों के साथ सिविल जज (सीनियर डिवीजन) सुश्री गार्गी शर्मा, सिविल जज जूनियर डिवीजन स्निग्धा प्रधान, न्यायिक मजिस्ट्रेट सुरभि सिंह के साथ लोक गायिका अनुभा राय, वैष्णवी व अन्य मातृशक्तियों का पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया।
कार्यक्रम का संचालन सुजाता पारिख, अतिथियों का परिचय इस कार्यक्रम की अयोजक श्रीमती पूनम सिंह व आभार ज्ञापन अधिवक्ता परिषद के प्रांत कार्यकारिणी के सदस्य व अधिवक्ता परिषद बलिया इकाई के संरक्षक विनय कुमार सिंह द्वारा कराया गया। अंत में सामूहिक राष्ट्रगान के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ।
इस अवसर पर प्रधान जनपद न्यायाधीश परिवार न्यायालय विरेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला जज/पीठासीन अधिकारी संजीव कुमार तिवारी,अपर जनपद न्यायाधीश प्रथम पुनित गुप्ता, अपर जनपद न्यायाधीश पाक्सो प्रथमकांत,अपर जनपद न्यायाधीश महेश वर्मा, न्यायाधीशगण रविकिरण, ज्ञान प्रकाश तिवारी, रामकृपाल, हरीशचंद्र, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पराग यादव, सिविल जज सीनियर डिवीजन एफटीसी विराट मणी त्रिपाठी, एवं सभी न्यायिक अधिकारीगण, महिला कर्मचारीगण, महिला आरक्षी गण के साथ प्राथमिक शिक्षक संघ महिला की अध्यक्ष श्रीमती अन्नू सिंह जी, अधिवक्ता परिषद की महिला प्रमुख शशि प्रभा पांडेय,रानी सिंह, सुजाता शर्मा, कीर्ति श्रीवास्तव, शिल्पी, गुड़िया, खुशबू, पिंकी तिवारी, आनंदी, बबिता,संगमलता, आकांक्षा, गीतांजलि, प्रतिभा, प्रियंका,रंजन सोनी, पूजा के साथ संरक्षक अजय राय अध्यक्ष सुनील राय, महामंत्री सावन ठाकुर, स्वध्याय मंडल प्रमुख डॉ राकेश सिंह, पियुष सिंह, उपाध्यक्ष कन्हैया तिवारी, सुशील श्रीवास्तव, अमय विक्रम सिंह, विजय शंकर पाण्डेय, विनोद भारद्वाज व सभी सम्मानित सदस्यों की उपस्थिति रही। उपरोक्त जानकारी अधिवक्ता मारुति नन्दन तिवारी द्वारा दी गयी।