बाल विवाह मुक्त भारत अभियान अंतर्गत संगोष्ठी व शपथ कार्यक्रम का हुआ आयोजन
बलिया। राष्ट्रीय सेवा योजना, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन (US), नई दिल्ली एवं स्थानीय संस्था- नव भारतीय नारी विकास समिति, बहेरी, बलिया तथा जेएनसीयू के समाज कार्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय परिसर में बालविवाह मुक्त भारत विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कुलपति प्रो.संजीत कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन व शैक्षणिक निदेशक डॉ. पुष्पा मिश्रा की गरिमामय उपस्थिति में भारत में चल रहे अभियान 'बाल विवाह मुक्त भारत' की शपथ विद्यार्थियों, प्राध्यापकों तथा कर्मचारियों द्वारा ली गई। मुख्य वक्ता हिन्दी विभाग प्रभारी डॉ. संदीप यादव ने बताया कि बाल विवाह एक घृणित कार्य है, जो आज भी भारत के अनेक राज्यों में प्रचलन में है। यूनिसेफ की 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार भारत में 23 प्रतिशत बालिकाओं का विवाह 18 वर्ष के पूर्व कर दिया जाता है। दुनिया की एक तिहाई किशोर माताएं भारत में हैं। यूनिसेफ के अनुसार भारत के 5 राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र तथा मध्यप्रदेश में 50 प्रतिशत बाल विवाह होता है, जिससे बालिकाओं को भविष्य में काफी नुकसान पहुचता है।
इस अवसर पर समाज कार्य विभाग के सहायक आचार्य डॉ. संजीव कुमार , डॉ. प्रेमभूषण यादव, डॉ. मनोज कुमार, राजनीति विज्ञान विभाग आदि प्राध्यापक, आदित्य पाण्डेय अभियान, समन्वयक, नव भरतीय नारी विकास समिति, परिसर के विद्यार्थी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट: विनय कुमार
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