जागरूकता कार्यक्रम में किसानों को दी गयी परियोजना की जानकारी
बलिया। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड के वित्तीय सहयोग से माँ सुरसरी सेवा संस्थान कथरिया द्वारा गड़वार ब्लॉक के शाहपुर गाँव में परियोजना में चयनित तीन गाँव के 20 लघु एवं सीमांत किसानों के सामाजिक एवं आर्थिक उन्नयन हेतु एफएस पीएफ परियोजना के अंतर्गत ऑफ सीजन खेती के लिए प्रति किसान 20 यूनिट लो पॉली टनल का वितरण किया गया।
इस अवसर पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम सह किसान गोष्ठी का शुभारम्भ मुख्य अतिथि एलडीएम राज कुमार पाण्डेय ने द्वीप प्रज्वलन कर किया। इस दौरान किसानों को परियोजना की जानकारी देने के लिए आयोजित जागरूकता कार्यक्रम और किसान गोष्ठी में किसानों को संबोधित करते हुए आशा व्यक्त किया कि इस परियोजना से जुड़े किसान अपनी मेहनत से अपनी आय को दोगुना करने में सफलता प्राप्त करेंगे। इस दौरान उन्होंने बताया कि सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म दिवस के अवसर पर 26 अक्टूबर से 01 नवंबर तक जिले में सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाया जाएगा,जिसमे सभी से समाज में हर जगह लोगो को सतर्क रहने के लिए प्रेरित किया जाएगा। जिससे समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार को मिटाया जा सके। इस दौरान अखिलेश कुमार झा ने चयनित किसानों के लो पॉली टनल का वितरण करते हुए उम्मीद व्यक्त किया कि परियोजना से जुड़कर इस तकनीकी का प्रयोग कर किसान आफ सीजन सब्जी की खेती बड़े पैमाने पर करेंगे, जिससे उनका आर्थिक विकास हो सकेगा। साथ ही क्षेत्र के अन्य किसानों के लिए मार्गदर्शक बनने का कार्य करेंगे। इस दौरान परियोजना प्रमुख डॉ अशोक कुमार सिंह, विभागाध्यक्ष टीडी कॉलेज बलिया ने किसानों को उक्त परियोजना के बारे में बताया कि लो पॉली टनल का अपना एक सूक्ष्म वातावरण होता है जो तापमान, नमी, आपेक्षिक आद्रता, पोषण तथा वृद्धि एवं विकास को नियंत्रित करता है। इसलिए आफ सीजन सब्जियों की खेती इस तकनीक से उपयोगी एवं लाभदायक है, लो पॉली टनल में पतिदार, जड़वाली, कंद वाली तथा फल फूल वाली सभी प्रकार के सब्जियों की खेती करना आसान है। दूसरी तरफ इसमें सिंचाई प्रबंधन, खाद उर्वरक प्रबंधन, रोग व कीट प्रबंधन एवं मृदा का संरक्षण करना आसान एवं कम खर्चीला है। इस तकनीक के माध्यम से किसान अपना सामाजिक एवं आर्थिक विकास कर आत्मनिर्भर बन सकते हैं। आर सेटी, बलिया के निदेशक डीके सिंह ने कहा कि लो पॉली टनल तकनीकी के माध्यम से किसान बेमौसम सब्जियों का उत्पादन कर बाजार में बेचकर अत्यधिक लाभ कमा सकते हैं। उन्होंने बताया कि सब्जी की खेती को करने के लिए लो पॉली टनल तकनीकी एक सर्वोत्तम तकनीकी है। इस तकनीक से खेती करने पर ऑफ सीजन सब्जियों की उपलब्धता से किसानों को सम्मानजनक आय होती हैं।
इस दौरान किसानो के खेत पर जाकर लो पाली टनल तकनीक का अवलोकन किया एवं उनकी समस्याओं का उचित जानकारी देकर समाधान किया गया। कार्यक्रम का संचालन माँ सुरसरी सेवा संस्थान, कथरिया के सचिव डॉ सुधीर कुमार सिंह ने किया। इस दौरान परियोजना प्रबंधक राजनारायण सिंह, कार्यक्रम प्रभारी जयप्रकाश सिंह सहित शाहपुर, कोटवा एवं थुम्हाउत्तम गांव के सभी चयनित किसान मौजूद रहे।
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