तीन दिवसीय "रंगमंच एवं अभिनय प्रदर्शन" कार्यशाला का भव्य समापन
बलिया। सतीश चंद्र महाविद्यालय परिसर में नटराज संस्कृत क्लब के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय " रंगमंच एवं अभिनय प्रदर्शन" कार्यशाला का भव्य समापन महाविद्यालय के प्राचार्य बैकुंठ नाथ पांडेय की अध्यक्षता में शुरू हुई। कार्यशाला में विशेषज्ञ के रूप में जाने माने रंगकर्मी आशीष त्रिवेदी जी, निर्देशक, संकल्प साहित्य एवं सामाजिक संस्था, बलिया के निर्देशन में यह कार्यशाला संपन्न हुई।
कार्यशाला का समापन समारोह अत्यंत उत्साह और सांस्कृतिक गरिमा के साथ संपन्न हुआ। इस आयोजन ने छात्रों की सृजनात्मक प्रतिभा को मंच प्रदान किया और भारतीय रंगमंच की परंपरा को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुआ। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने अभिनय, संवाद लेखन, मंच सज्जा तथा भाव-प्रकाश जैसे रंगमंचीय कौशलों का गहन अभ्यास किया। समापन दिवस पर प्रस्तुत नाटकों ने सामाजिक चेतना, लोकसंस्कृति और समकालीन मुद्दों को प्रभावशाली ढंग से दर्शाया, जिसे महाविधालय के शिक्षकों और छात्र- छात्राओं ने भरपूर सराहा।
समारोह में आयोजित प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। निर्णायक मंडल में प्रतिष्ठित रंगकर्मी एवं साहित्यकार आशीष त्रिवेदी जी की उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष गरिमा प्रदान की। नटराज संस्कृत क्लब के संयोजक प्रो. माला कुमारी ने कहा, “यह आयोजन केवल एक मंचीय प्रस्तुति नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को महसूस करने का माध्यम है।”
कार्यक्रम का समापन कॉलेज के प्राचार्य प्रो. बैकुंठ नाथ पाडेय की अध्यक्षता में दीप प्रज्वलन और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों, महाविद्यालय शिक्षक डॉ अंजू पटेल तथा सीमा सिंह व अन्य छात्र- छात्राओं ने सहभागिता की भावनाओं को साझा किया। मंच संचालन समाज शास्त्र विभाग के डॉ प्रवीण पायलट ने किया इस मौके पर जिला महिला कल्याण विभाग से पूजा सिंह और अंजली भी उपस्थित रही।
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