Wednesday, July 2, 2025

जाति प्रमाण पत्र जारी करना शुरू नहीं हुआ तो होगा विशाल प्रदर्शन सामूहिक आमरण अनशन

गोंड जाति प्रमाण पत्र जारी कराने के लिए तय की गई आंदोलन की अगली रणनीति
बलिया। एक जुलाई को धरना प्रदर्शन के 156 वें दिन देर शाम जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह जी ने सिटी मिजिस्ट्रेट को धरना स्थल पर भेज कर आंदोलनकारियो को अपने कक्ष में बुलवाए तथा वार्ता के दौरान कहे कि शासनादेश के क्रम में गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र निर्गत किया जायेगा तथा धरना प्रदर्शन को समाप्त कर देने की बात कहे। तत्पश्चात जिलाधिकारी के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट व सीओ सिटी भारी पुलिस बल के साथ धरना स्थल पर पहुंचकर टेंट, मंच हटवाने का काम किये। 

इस दौरान ऑल गोंडवाना स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आगसा ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज शाह ने आक्रोश ब्यक्त करते हुए कहा कि 156 दिन से लगातार धरना प्रदर्शन तथा क्रमिक अनशन जारी रहा। इसके बावजूद भी राष्ट्रपतीय राजपत्र शासनादेश के अनुपालन में गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र निर्गत करने के बजाय जिला प्रशासन द्वारा पुलिस प्रशासन के बलपर जबरन धरना को हटवा कर संवैधानिक लोकतांत्रिक आंदोलन का गला घोटने का काम किया जा रहा है। 

2 जुलाई को कलेक्ट्रेट मॉडल तहसील पर गोंडवाना नेताओं की बैठक की गई तथा शासनादेश के अनुपालन में गोंड जाति प्रमाण पत्र जारी कराने के लिए आंदोलन की अगली रणनीति तय की गई। आगसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज शाह ने ऐलान करते हुए कहा कि यदि तत्काल गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी किया जाना प्रारम्भ नहीं किया जाता है तो आंदोलन के अगले क्रम में विशाल प्रदर्शन सामूहिक आमरण अनशन प्रारम्भ कर दिया जायेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी तहसील व जिला प्रशासन की होगी।

 इस दौरान प्रमुख रूप से सुरेश शाह, संजय गोंड, गोंड महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनिवास गोंड, सोनू गोंड, अरविन्द गोंडवाना, रंजीत गोंड निहाल, अमित शाह, मुन्ना गोंड प्रधान, बच्चालाल गोंड, सुदेश शाह, कृष्णकांत गोंड, विवेक गोंड, हरिशंकर गोंड, प्रमोद गोंड, ददन गोंड, राजकुमार गोंड, ओमप्रकाश गोंड, लालचंद गोंड, रामनारायण गोंड, वकील गोंड, अंटू गोंड, रामचंद्र गोंड रहे।

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