देनदारियो की उठाई मांग
रसड़ा (बलिया)। वर्षों से बंद पड़ी रसड़ा की कताई मिल में कुछ दिनों से बगैर नोटिस व श्रमिकों के बकाये देनदारियों के दिए ही सरकार के सह पर मिल की बाउंड्री सहित अन्य निर्माण कार्यों के ध्वस्तीकरण से आक्रोशित कताई मिल के सैकड़ों श्रमिकों का गुस्सा फूट पड़ा और वे रविवार को मिल गेट पर पहुंचकर अवैध तरीके किए जा रहे मिल में तोड़फोड़ का विरोध कर धरना- प्रदर्शन शुरू कर दिया।
श्रमिकों की हंगामें की खबर मिलते ही प्रभारी निरीक्षक क्षितिज त्रिपाठी ने दल-बल के साथ पहुंचकर मामलें को शांत कराया। इस दौरान कताई मिल श्रमिकों की बैठक संघ के अध्यक्ष जयप्रकाश वर्मा की अध्यक्षता मंे सम्पन्न हुई। जयप्रकाश वर्मा ने कहा कि सरकार व प्रबंधतंत्र द्वारा श्रमिकों के लगभग 17 करोड़ 22 लाख से अधिक देनदारियों के देने से पूर्व ही साजिश के तहत बिना श्रमिकों संज्ञान में लिए मिल के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई किया जाना श्रमिकों के साथ विश्वासघात पूर्ण कार्रवाई है। उन्होंने चेताया कि यदि श्रमिकों के समस्त देनदारियों के दिए बगैर मिल में तोड़-फोड़ की कार्रवाई होती है तो श्रमिक व्यापक आंदोलन को विवश होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
धरना-प्रदर्शन व बैठक में अरविंद यादव, जवाहर प्रसाद, विजयशंकर, रामपृत, गोपालजी, रामेश्वर सिंह, राजमुनी, छोटेलाल सिंह, कन्हैया चौधरी, अनिरूद्ध आदि सैकड़ों श्रमिक मौजूद रहे।
रिपोर्ट: लल्लन बागी
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