प्रस्तुतिपरक नाट्य कार्यशाला में सीखेंगे अभिनय की तकनीकी बारीकिया
बलिया। उ.प्र. संगीत नाटक अकादमी लखनऊ एवं जागरूक संस्थान बलिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीस दिवसीय (01जून से 30 जून तक ) प्रस्तुतिपरक नाट्य कार्यशाला का तिखमपुर में नाट्य निर्देशक, अभिनेता और प्रशिक्षक अनिल कुमार चौधरी, डाॅ. रामसुन्दर राय, डाॅ. भोला प्रसाद आग्नेय, अशोक जी, शिवजी पाण्डेय रसराज, डाॅ.शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने जिले की नाट्य प्रदर्शन की परम्परा और चुनौतियों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए, जिले में पहली बार युवक-युवतियों को प्रशिक्षित करने के लिये विशेषज्ञ प्रशिक्षक भेजने के लिये उ.प्र. संगीत नाटक अकादमी लखनऊ की सराहना की। भारतेन्दु नाट्य अकादमी से जुड़े प्रशिक्षक श्री चौधरी ने कहा कि इस तरह का प्रशिक्षण केवल देश के कुछ बड़े महानगरों के युवाओं को ही मिल पाता है, जबकि छोटे कस्बें और गाँवों मे भी प्रतिभावान कलाकार हैं, जिनकी प्रशिक्षित कर देश के रंगमंच को और समृद्ध किया जा सकता है। संस्थान के सचिव अभय सिंह कुशवाहा ने अभ्यागतों का स्वागत किया और अंत मे आभार ज्ञापित किया।
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