उपजिलाधिकारी सदर बलिया को सौंपा पत्रक
बलिया। संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश संशोधन अधिनियम 2002 का अनुपालन करो, गोंड-खरवार को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र सुगमतापूर्वक जारी करो नारे के साथ दिनांक 04 फरवरी दिन शनिवार को बलिया सदर माॅडल तहसील पर आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस पर जनजाति गोंड, खरवार समुदाय के लोगों ने सांकेतिक धरना दिया तथा पत्रक उपजिलाधिकारी महोदय सदर बलिया के हाथों में सौंपा।
इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए आल गोंडवाना स्टूडेन्ट्स एसोसिएशन (आगसा) के अध्यक्ष मनोज शाह ने कहा कि पिछली बार आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस पर मा. जिलाधिकारी महोदया जी के हाथों में पत्रक सौंपा गया था जिसके क्रम में सदर प्रमाण पत्र लिपिक (टंकक) द्वारा लिखित रूप में अवगत कराया गया है कि शासनादेश के क्रम में गोंड (अनुसूचित जन जाति) प्रमाण पत्र जारी करने हेतु निर्देश दे दिया गया है फिर भी उक्त आदेश/निर्देश का अनुपालन लेखपाल व तहसीलदार साहब द्वारा नहीं किया जा रहा है आनलाईन आवेदन करने पर आवेदन निरस्त कर दिया जा रहा है। गोंड, खरवार जनजाति प्रमाण पत्र जारी करने में अनावश्यक रूप से परेशान व हीला-हवाली की जा रही है।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री उत्तर प्रदेश प्रभारी अरविन्द गोंडवाना ने कहा कि बलिया जिले के आदिवासी जनजाति गोंड, खरवार का उत्पीड़न चरम पर है। ऐसी स्थिति में "भारत के राष्ट्रपतीय राजपत्र, संविधान/ शासनादेश का अनुपालन करो, गोंड-खरवार को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र सुगमतापूर्वक जारी करो" नारे के साथ 13 मार्च 2023 से बलिया कलेक्ट्रेट माॅडल तहसील के समीप अनिश्चित कालीन दिन- रात् प्रमाण पत्र जारी होने तक घेरा डालो-डेरा डालो और जरूरत पड़ी तो जेल भरो आन्दोलन भी प्रारम्भ किया जायेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार की होगी। शासन द्वारा बार-बार गोंड, खरवार को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी करने के आदेश/निर्देश जिला प्रशासन को भेजा जाता रहा है जिसका अनुपालन लेखपाल व तहसीलदार साहब द्वारा नहीं किया जा रहा है और जिला प्रशासन मुकदर्शक की भूमिका में नजर आ रहा है। ऐसी स्थिति में अब निर्णायक संघर्ष/आन्दोलन छेड़ने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। इंडियन पीपुल्स सर्विसेज (आईपीएस) के जिलाध्यक्ष सुरेश शाह ने कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस मात्र एक दिखावा बनकर रह गया है अधिकारी किसी भी समस्या का समाधान करने में रूचि नहीं लेते है।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से अरविन्द गोंडवाना, मनोज शाह, सुरेश शाह, मनोज शाह, सोनू कुमार गोंड, ऋतिक शाह, आदित्य शाह, शिवशंकर खरवार, हरिशंकर गोंड, मनोज गोंड, महेन्द्र गोंड, आत्मानन्द खरवार, प्रितम गोंड रहे।
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