आयुर्वेद दवा सेवन से कठिन से कठिन रोगो का होता है निदान
रसड़ा (बलिया)। राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय रसड़ा के छितौनी स्थिति अस्पताल मे बेहतर इलाज की ब्यवस्था है। आयुर्वेद दवा से बडे से बडे रोगो का निदान है जिसे मरीज बिश्वाश के साथ इलाज किया जाता है।
आयुर्वेद दवा के सेवन व उपचार के संबन्ध मे पूछे जाने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ धीरज विश्वकर्मा ने बताया कि यहां इलाज की बेहतर व्यवस्था है। यहां सैकड़ों मरीज रोज देखे जाते हैं। यहां पर अन्य जगह की तरह जाँच कराने हेतू मरीजो को परेशान नही किये जाते। यहां सभी तरह के मरीज सर्दी-जुकाम और खांसी, गठिया, हड्डी की समस्या के लगभग सैकड़ों मरीज रोज आते है स्वस्थ हो जाते है। आयुर्वेद में रोगों का इलाज की समुचित स्थायी व्यवस्था होती है। प्रतिदिन दर्जन आयुरक्षा इम्यूनो बूस्टिंग किट प्रदान किए जाते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने मे सहायक होती है। वहां पर आये रोगियो (मरीजो) से पूछे जाने पर बताये कि जबसे यहा से जैसे से दवाई लिए है। तबसे बहुत आराम है, और किसी तरह की कोई परेशानी महसूस नहीं होती है।
एक मरीज ने तो ये भी बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रसडा़ पर जाने पर एक तो वहा के डाक्टर जांच लिख देते हैं सरकारी पर्ची पर थोड़ी बहुत दवा लिखते बाकी महंगी महंगी दवाई सादी पर्ची पर लिख देते और बोलते है कि बाहर की मेडिकल स्टोर से ले लो। वहां मरीजों का जबरदस्त शोषण होता है किन्तु जब मै यहां आया तो सरकारी पर्ची पर दवाई मिला है। अलग से और बाहर की दवा नही लेना पडा। आयुर्वेद दवा से हमे फायदा मिला इससे हमे लगा कि यहा सेवा भाव से इलाज किया जा रहा है। इलाज के लिए रसडा़ में सबसे बेहतर अस्पताल है।
रिपोर्ट: लल्लन बागी
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