कहा: लाइब्रेरी में सभी व्यवस्था के साथ अध्यापक की भी रखे व्यवस्था
बलिया। जनपद के गड़वार रोड पर स्थित आइकॉन कॉमर्स क्लास के हिमाशु संर ने बताया कि आधुनिक वर्तमान समय मे डिजिटल लाइब्रेरी छात्रों के लिए कितना होगा लाभकारी या हानि?
उन्होंने बताया कि इस समय जो भी छात्र लाइब्रेरी में पढ़ने जा रहे हैं उनको दो श्रेणी में बांट सकते हैं। पहले श्रेणी वह जो लाइब्रेरी में पढ़ने जाते हैं और दूसरी श्रेणी वह जो दूसरों को देखकर के लाइब्रेरी में जाते हैं। इसका मतलब यह है कि जो दूसरी श्रेणी वाले जो बच्चे हैं वह वास्तव में लाइब्रेरी में पढ़ने नहीं बल्कि आज के युग में अपने आप को मॉडर्न दिखाने मात्र पहुचते है। क्योंकि यह वह छात्र होते हैं जो लाइब्रेरी में सिर्फ पढ़ाई के नाम पर मोबाइल चलाना मोबाइल में दिए गए एप्स को अपडेट करना तथा वातानुकूलित हाल में बैठकर समय व्यतीत करना पसंद करते हैं। हिमांशु सर ने साथ में सभी लाइब्रेरी संचालकों को एक संदेश दिया कि वह सभी अपने-अपने लाइब्रेरी में सभी व्यवस्था के साथ-साथ एक अध्यापक की भी व्यवस्था रखें जिससे कि जो बच्चे या जिन बच्चों के माता-पिता पैसे खर्च करके उन्हें लाइब्रेरी भेज रहे हैं वहां से उन्हें कुछ लाभ मिल सके जिससे कि उनका आने वाला भविष्य उज्जवल हो सके।
अन्यथा आने वाले समय में अध्यापकों का कोई भी संबंध छात्रों के साथ भविष्य में नहीं रहेगा। क्योंकि बच्चे अध्यापक के अलावा मोबाइल से पढ़ना पसंद करने लगेंगे और अध्यापकों से संबंध कहीं ना कहीं छूटना शुरू हो जाएगा। जो कि इस वर्तमान समय में देखने को मिल रहा है। इस पर भी अध्यापकों को विचार करना आवश्यक है। जिससे कि छात्रों और अध्यापक का संबंध हमेशा बना रहे और छात्र भी अध्यापकों का सम्मान करते रहें। क्योंकि छात्रों के लिए अध्यापक उतना ही आवश्यक है जितना मछली को पानी की आवश्यकता होती है।
रिपोर्ट: विक्की कुमार गुप्ता
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