विद्यालय परिसर में बच्चों के बीच कुश्ती का हुआ आयोजन
चिलकहर (बलिया)। नाग पंचमी पर पहले लगभग हर गांवों में कुश्ती होती थी। वह परम्परा आज विलुप्त प्राय होती जा रही है, जिसको बनाये रखने की जिम्मेदारी हम लोगो की बनती है।
यह कहना था ललिता देवी इण्टर नेशनल स्कूल संवरा के प्रबंधक सुरेश सिंह का। जो छोटे छोटे बच्चों की अपने विद्यालय परिसर में ही अस्थायी अखाड़ा बना कुश्ती एवं व्यायाम का आयोजन कर व्यक्त किया। श्री सिंह ने खुद रेफरी का काम करते बच्चों को कुश्ती एवं व्यायाम का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने ने कहा कि हमारे बच्चे कुछ भी कर सकते है बशर्ते आपको यह कार्य करते हुए देखे। बच्चों में कुश्ती व्यायाम आदि के प्रति अभिरुचि पैदा करने के लिए इस वर्ष आनन फानन अपने स्कूल के नाम पंचमी को कुश्ती एवं कुछ व्यायाम सम्पन्न कराया गया। उन्होंने ने कहा कि अगले वर्ष इसे विद्यालय के सभी बच्चों को पूर्व में प्रशिक्षित कर जागरूक किया जायेगा। क्योंकि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ दिमाग तो होता ही है, स्वस्थ दिमाग से अच्छे चरित्र का निर्माण होना तय है। नौनिहालो के चारित्रिक विचलन भटकाव से बचाव का सबसे सरल उपाय है, जो खेल के रूप में विकसित कर किया जा सकता हैं।
बच्चों के इस कार्य में सुरेश सिंह, धर्मेंद्र प्रजापति, सुशील कुमार चौबे, अनुभम, आदित्य शुभ प्रभात, ज्ञानेंद्र, समीर, फिरोज, दिव्यांश, मयंक, अंश, आदित्य धर्मेंद्र प्रजापति की नन्ही सी बेटी की विशेष भूमिका रही।
रिपोर्ट: गोपीनाथ चौबे
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