कक्षा में जाकर बालिकाओं की उपस्थिति का किया भौतिक सत्यापन
बलिया। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मंगलवार को पन्दह विकासखंड के खेजुरी में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे। वहां उन्होंने सर्वप्रथम बालिकाओं के उपस्थिति रजिस्टर को देखा एवं कुल बालिकाओं की संख्या की जानकारी ली।
उन्होंने बालिकाओं की कक्षा में जाकर उनकी उपस्थिति का भौतिक सत्यापन किया तो पाया कि कुल संख्या के सापेक्ष बालिकाओं की उपस्थिति कम है।जिलाधिकारी ने वहां लगे सीसीटीवी कैमरों के न चलने का कारण पूछा तो वहां के वार्डन ने बताया कि सप्लाई वाला ट्रांसफार्मर जल गया है और जनरेटर की व्यवस्था नहीं है इसीलिए कैमरे नहीं चल रहे हैं। वार्डन ने जिलाधिकारी से पूरे आवासीय विद्यालय के लिए सोलर लाइट लगवाने का आग्रह किया, जिस पर जिलाधिकारी ने सोलर पैनल लगाने का आश्वासन दिया।
जिलाधिकारी ने वार्डन से वहां के कर्मचारियों के बारे में जानकारी ली तो उसने बताया कि यहां एक वार्डन, दो फुल टाइम टीचर, दो पार्ट टाइम टीचर, दो रसोईया, एक चपरासी, एक अकाउंटेंट और एक वाचमैन, जो रात में विद्यालय की सुरक्षा में रहते हैं, सहित दस लोग कार्यरत हैं। इसी क्रम में वार्डन ने बताया कि यहां के कर्मचारियों का सत्र 21-22 का 3 महीने का वेतन और इस सत्र के 6 महीने का वेतन अभी तक नहीं मिला है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा अभी तक खाने का टेंडर नहीं किया गया है इसलिए मेनू के अनुसार खाना नहीं बन पा रहा है। कहा कि वहां के कर्मचारियों को रिनुअल भी नहीं किया गया। इस पर जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित कर इन कमियों को दूर करने का आश्वासन दिया।
आवासीय विद्यालय के शौचालय की स्थिति संतोषजनक पाई गई। वहां बेसिन में पानी नहीं आने पर जिलाधिकारी ने उसे ठीक कराने का निर्देश दिया।आर०ओ० प्लांट का पाइप फट गया था, उसे भी ठीक करने को कहा। जिलाधिकारी ने वहां लगे पंखों और बालिकाओं के शयनकक्ष का भी निरीक्षण किया, जो संतोषजनक स्थिति में पाये गये।
रिपोर्ट: असगर अली
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