चिलकहर क्षेत्र में चल रहे बिना मान्यता के कई विद्यालय एवं अबैध कोचिंग केंद्र
चिलकहर (बलिया)। सरकार एवं शिक्षा विभाग का दावा है कि अब जनपद में कोई भी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय बिना मान्यता के नहीं चलेगे, लेकिन सच्चाई कुछ और है। इस तरह का आदेश हर साल शिक्षण सत्र शुरू होने पर जारी किया जाता है लेकिन पुरे बलिया जिले की बात तो दूर रही शिक्षा क्षेत्र चिलकहर के संवरा चट्टी एवं आस पास ही अनेकों प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं अबैध कोचिंग केन्द्र बिना मान्यता एवं शासकीय अनुमति के ही धडल्ले से संचालित होते देखे जा सकते हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी बलिया द्वारा सितम्बर के प्रथम सप्ताह में जनपद के समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियो को पत्र जारी कर इस तरह के स्कूलों की सूची एवं संचालको के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही का निर्देश निर्गत करते हैं। आख्या तलब किया गया है। देखना यह है कि खण्ड शिक्षा अधिकारी इस तरह के अबैध संचालित विद्यालयों को बन्द कराने में कितना कामयाब होते हैं। आम लोगों की मान्यता है कि बीएसए के इस निर्देश का हश्र भी वही होगा जो हर साल होता रहा है.
सच्चाई तो यह है कि खण्ड शिक्षाधिकारियो के संरक्षण में ही स्कूल एवं अबैध कोचिंग सेंटर पल्लवित पुष्पित हो रहे है.जहाँ विद्यालय संचालक तमाम अयोग्य हाई स्कूल इण्टर में पढ़ने वाले युवक युवतियों से दो हजार रुपये पर शिक्षण का कार्य कराते है. इस प्रकार कुक्कुरमुत्ते के तरह फैले तथाकथित स्कूल के संचालक अच्छी शिक्षा के नाम पर जनता के गाढ़ी कमाई का धन लूट रहे है. जिससे एबीएसए वर्ग को भी अच्छी आमदनी हो जाया करती है।
रिपोर्ट: गोपीनाथ चौबे
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