कर्मचारियों के पाल्यों में हुआ उपहार का वितरण
बलिया। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के सभागार में कुलपति द्वारा कर्मचारियों के पाल्यों को उपहार वितरण किया गया। वही आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी अकादमिक भवन में मोटे अनाजो से निर्मित व्यंजनों की प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति प्रो कल्पलता पाण्डेय द्वारा देवी सरस्वती और चंद्रशेखर जी के चित्र पर पुष्पार्चन और दीप प्रज्वलन कर किया गया। कुलपति महोदया ने कहा कि यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय परिवार और उनके बच्चों को एक साथ एक मंच पर लाने का एक प्रयास है। उन्होंने कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। बताया कि उनके कार्यों के प्रति विश्वविद्यालय हमेशा ऋणी रहेगा। जो हर परिस्थिति और हर मौसम में विश्वविद्यालय की संपत्ति की रक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि लोग जीवन में यश, धन दौलत कमाते है पर जो व्यक्ति जीवन में आचरण, अनुशासन कमा लेता है, वही सबसे बड़ा धनी होता है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जी ने इस वर्ष को मिलेट ईयर यानी मोटे अनाज के लिए घोषित किया है। कुलाधपति महोदया द्वारा भी दीक्षांत समारोह में इसे मनाने और जनता तक मोटे अनाजों के महत्त्व को पहुँचाने के निर्देश दिये गये थे।
हजारी प्रसाद द्विवेदी अकादमिक भवन में "मोटे अनाजों से निर्मित व्यंजनों एवं इसके महत्व विषयक आयोजित कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विश्वविद्यालय परिसर के गृह विज्ञान विभाग की छात्राओं तथा विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों जिसमे स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बाँसडीह, दूजा देवी पी० जी० कॉलेज, रजौली, सहतवार, श्रीरामचन्द्र महाविद्यालय, त्रिकालपुर, गड़वार, किसान पी जी कालेज, रकसा, श्री जमुना राम महाविद्यालय, चितबड़ागाँव की छात्राओं के साथ विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए 10 गाँवों की महिलाओं ने मोटे अनाजों के लगभग 171 व्यंजनों को रेसीपी के साथ प्रस्तुत किया। उक्त कार्यक्रम निदेशक, शैक्षणिक डाॅ पुष्पा मिश्रा के निर्देशन में आयोजित हुआ।
इस अवसर पर कुलानुशासक प्रो अरविंद नेत्र पाण्डेय, डॉ प्रियंका सिंह, डॉ अजय कुमार चौबे ,डॉ अंगद गुप्त, डाॅ पंकज सिंह आदि प्राध्यापक उपस्थित रहे। इस प्रदर्शनी का आयोजन गृह विभाग की सहायक आचार्य डॉ० रंजना मल्ल, डॉ० संध्या, डॉ० सौम्या तिवारी एवं डॉ० तृप्ति तिवारी द्वारा किया गया। कुलसचिव एस एल पाल ने धन्यवाद ज्ञापन और डाॅ प्रमोद शंकर पाण्डेय ने संचालन किया।
रिपोर्ट: विनय कुमार
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