Sunday, December 25, 2022

बड़े उत्साह से मनाया गया शाखा का वार्षिकोत्सव

तिलक शाखा, दीनदयाल शाखा व भृगु शाखा द्वारा आयोजित हुए कार्यक्रम
बलिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बलिया द्वारा नगर में लगने वाली तिलक शाखा, दीनदयाल शाखा व भृगु शाखा द्वारा अपनी अपनी शाखा का वार्षिकोत्सव रविवार को बड़े उत्साह से मनाया गया। इस अवसर पर सभी स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में उपस्थित थे।
 प्रारंभ में शाखा की दिनचर्या के अनुसार सभी कार्यक्रम हुए। जहाँ तिलक शाखा व दीनदयाल शाखा पर सेवा समर्पण संस्थान (वनवासी कल्याण आश्रम)  के जिला संगठन मंत्री रामबदन जी का पाथेय प्राप्त हुआ वहीं भृगु शाखा पर धर्मजागरण के नगर संयोजक वीरेंद्र जी का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। दीनदयाल शाखा पर कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय स्टेट बैंक के अवकाश प्राप्त अधिकारी शिवजी सिंह व भृगु शाखा पर आर्य समाज के मंत्री रामनाथ चौरसिया द्वारा किया गया। इस अवसर पर अपने सारगर्भित उदबोधन में रामबदन जी ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के समय हिन्दू समाज संगठित नहीं था और देश को स्वतंत्र करने के लिए हिन्दू समाज के संगठन की बहुत बड़ी आवश्यकता थी। इसी ध्येय को ध्यान में रखते हुए सन् 1925 में देश भक्त पूज्य डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार जी ने सालों से शोषित, पीड़ित, अपमानित हिंदू समाज को एक करने और भारत मां की सेवा करने तथा भारत माता को गुलामी से मुक्त करने के लिए संघ की स्थापना की थी। संघ की शुरुवात डॉक्टर जी ने छोटे छोटे बच्चों के साथ शाखा की शुरुवात की। प्रारंभ में शाखा पर शारीरिक कार्यक्रम ही होता था। परंतु जैसे जैसे परम पूज्य डॉक्टर हेडगेवार जी ने आवश्यकता का अनुभव किया वैसे वैसे शाखाओं पर शारीरिक कार्यक्रम के साथ मानसिक विकास हेतु बौद्धिक कार्यक्रमों की शुरुवात की, जिसके अंतर्गत कथा, कहानी, सुभाषित, भाषण आदि कार्यक्रम शुरू हुआ। डॉक्टर साहब ने समय-समय पर शाखा पर होने वाले कार्यक्रमों का परिमार्जन करते रहे। अपने स्थापना वर्ष से डेढ़ वर्ष बाद आज की शाखाओं के स्वरूप के अनुरूप उस समय की शाखा प्रारम्भ हुई। उन्होंने छत्रपति शिवाजी, महाराणा प्रताप, वीर सावरकर, लोकमान्य तिलक, महामना पं. मदनमोहन मालवीय, डॉ. मुंजे आदि महानुभाओं का के विषय में कहा कि डॉ. हेडगेवार जी इन महापुरुषों से प्रेरणा लेकर कार्य प्रारंभ किये।
वहीं भृगु शाखा पर अपने उद्बोधन में वीरेंद्र सिंह जी ने बताया कि जैसे हम महापुरुषों का तथा अपने बच्चों का जन्मोत्सव मनाते हैं वैसे ही हम अपनी शाखा का भी वार्षिकोत्सव मनातें हैं। संघ को समझना है तो शाखा पर आना होगा। क्योंकि संघ क्या है? यह कार्य कैसे करता है या संघ का कार्य क्या है? यह केवल शाखा में आने पर ही जाना जा सकता है। संघ व्यक्ति निर्माण का कार्य करता है। संघ के प्रशिक्षित स्वयंसेवक आज विभिन्न क्षेत्रों में अपने कार्य के माध्यम से देश सेवा में संलग्न हैं। संघ के 97 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं और संघ ने हमेशा संपूर्ण हिन्दू समाज को जोड़ने का कार्य किया है। समाज में समरसता हमेशा बनी रहे, इस पर जोर दिया है।
इस वार्षिकोत्सव के अवसर पर संघ स्थान पर वर्ष भर में सीखे गए कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गयी तथा उसकी समीक्षा की गयी। इस अवसर पर योग, सूर्य नमस्कार, दंड प्रहार, शक्ति वर्धक खेल तथा बौद्धिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गई। कार्यक्रम में जिला कार्यवाह हरनाम जी, जिला व्यवस्था प्रमुख संजय कश्यप जी, सह नगर कार्यवाह रवि सोनी, नगर सम्पर्क प्रमुख सन्तोष जी, नगर व्यवस्था प्रमुख चंदन जी, शाखा कार्यवाह गण पंचानन्द सिंह, विनोद, राजेश, मुख्य शिक्षकगण सत्येंद्र, प्रद्युम्न, ओम प्रकाश वर्मा आदि के साथ अन्य स्वयंसेवको ने उत्साह के साथ भाग लिया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला व नगर के दायित्वधारी कार्यकर्ताओं के साथ विचार परिवार के सदस्य व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
उपरोक्त जानकारी जिला प्रचार प्रमुख मारुति नन्दन द्वारा दी गयी।

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