Friday, November 18, 2022

भारतीय सांस्कृतिक व आस्था की प्रतीक है गंगा: अशोक सिंह

मुरली छपरा में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण का समापन
बलिया। नेहरू युवा केंद्र बलिया के तत्वावधान में नमामि गंगे परियोजना में युवाओं की सहभागिता पर आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण का समापन मुरली छपरा विकास खंड में स्थित जयप्रकाश नारायण ट्रस्ट के सभागार में संपन्न हुआ।
आयोजित प्रशिक्षण में में गंगा संरक्षण में गंगा दूतो की भूमिका पर प्रमुख रूप से चर्चा हुई। जयप्रकाश नारायण स्मारक प्रतिष्ठान के व्यवस्थापक अशोक सिंह ने उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि  गंगा की स्वच्छता के लिए युवा स्वेच्छा से इस अभियान से जुड़कर स्थानीय लोगों को गंगा की स्वच्छता, जीवंतता व नदी से मिलने वाले लाभ के प्रति जागरूक कर सकते हैं। नमामि गंगे के जिला परियोजना अधिकारी शलभ उपाध्याय ने कहा कि पतितपावनी, मोक्षदायिनी मां गंगा हिमालय से निकली केवल एक सामान्य जलधारा नहीं, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक वैभव, श्रद्धा एवं आस्था की प्रतीक मानी जाती हैं। सदियों से भारतीय समाज के हर वर्ग और समुदाय ने इसे अपनी भावनात्मक आस्थाओं का प्रतीक मानकर वंदना की है। बतलाया की  पूरे संसार में किसी अन्य जलधारा को इतना महत्व और प्रतिष्ठा नहीं मिली है, जितनी गंगा को युगों-युगों से प्राप्त होती रही है। जिला प्रशिक्षक नितेश पाठक तथा सोनू देवी यादव ने संयुक्त रूप से उपस्थित युवाओं को गंगा के प्रदूषित होने से होने वाली बीमारियों के बारे में बताकर उन्हें गंगा को स्वच्छ रखने की शपथ दिलाई।

इस मौके पर प्रमुख रूप से राजू यादव, रोहित उपाध्याय, वर्धन पाठक, मुलायम यादव, राहुल यादव, अंकित यादव , नीतू , प्रिया, वंदना, अंकिता आदि लोग रहे। संचालन राष्ट्रीय युवा स्वयं सेवक ओंकार नाथ सिंह ने किया।

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