Tuesday, July 5, 2022

गंगा को निर्मल एवं अविरल बनाने हेतु सबको मिलकर करना होगा प्रयास: अमरेंद्र सिंह

गंगा समग्र द्वारा आयोजित हुई 'माँ गंगा के प्रति हमारी भूमिका' विषयक प्रबुद्ध गोष्ठी
बलिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आनुषंगिक संगठन गंगा समग्र द्वारा बलिया के नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय माल्देपुर, बलिया में माँ गंगा के प्रति हमारी भूमिका' विषय पर प्रबुद्ध गोष्ठी सम्पन्न हुई। सर्वप्रथम मां गंगा, भारत माता, परम पूज्य डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार व पूज्य श्रीगुरुजी माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के बाद गोष्ठी का शुभारंभ हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि गंगा समग्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह 'लल्लू बाबू' ने सभी पदाधिकारियों को अविरल, निर्मल गंगा का संकल्प दिलाया। साथ ही आमजनमानस को अभियान का हिस्सा बनाए जाने पर जोर देते हुए बताया कि आम जनमानस को इस अभियान से सहभागी बनाने से उद्देश्य की प्राप्ति होगी। उन्होंने आगे बताया कि भारतवर्ष के वासियों के लिए गंगा केवल कोई नदी ही नहीं है, यह भारत में जीवन व संस्कृति का अभिन्न अंग भी है। इसीलिए इसे माँ से सम्बोधित करतें हैं। हमारी सनातन संस्कृति गंगा के तट पर पुष्पित-पल्लवित पुष्पित हुई, ऋषि-मुनियों ने गंगा के तटों पर बैठकर समग्र भारत के लिए चिंतन किया। गंगा सबको निर्मल करती है, हम सब मिलकर गंगा को निर्मल बनाए रखेंगे। लेकिन दुखद बात यह है कि आजादी के उपरांत बनी कुछ सरकारों ने इसका एहसास नहीं किया।नतीजतन माँ गंगा की धारा में प्रदूषित जल व अन्य गंदगियों का प्रवाह हुआ। गंगा समग्र नदियों की स्वच्छता के लिए प्रयासरत है। जल संरक्षण, तालाबों, कुओं का निर्माण व उन्हें बचाने के लिए भी संगठन से जुड़े लोग कार्य कर रहे हैैं। नदी में गिरने वाले नालों को रोकने की कार्ययोजना स्थानीय स्तर पर तैयार की जा रही है। नदी किनारे गावों में हरियाली बढ़ाने पॉलीथिन के प्रयोग को हतोत्साहित करने जैसी पहल चल रही है। 
उन्होंने आगे बताया कि गंगा को निर्मल एवं अविरल बनाने के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करना है, कूड़ा, कचरा एवं प्लास्टिक को गंगा में जाने से रोकना है।उन्होंने आगे बताया कि सबसे पहले हमें अपने संस्कार में उत्पन्न हुए भ्रम को दूर करना पड़ेगा ताकि गंगा को प्रदूषित करने वाले कारकों को खत्म किया जा सके। उन्होंने स्पष्ट कहा कि हर जगह सरकार न तो पहुंच सकती है और ना ही डंडा चला सकती है। इस कार्य को बेहतर रूप से करने के लिए लोगों को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि गंगा को प्रदूषण से बचाने के लिए विभिन्न आयामों पर काम करना होगा।
अपने अध्यक्षीय उदबोधन में गंगा समग्र के गोरक्ष प्रान्त के पालक तथा सहायक नदियों के क्षेत्रीय संयोजक राजकिशोर मिश्र ने बताया कि भारत संस्कृतियों का देश है। यहां गंगा से बेहतर साक्ष्य और कुछ नहीं हो सकता। आज गंगा जिस तरह से अस्वच्छ हो रही है उसके उत्तरदाई हम सभी हैं। भारत सरकार लगातार गंगा की स्वच्छता के लिए कई योजनाएं चला रही हैं अब जरूरत है उन योजनाओं को अपनाने की और उस पर चलने की। हम सभी चाहें तो गंगा को अविरल और निश्छल बना सकते हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करने वालों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बलिया के विभाग प्रचारक श्री तुलसीराम व गंगा समग्र के गोरक्षप्रान्त व अवध प्रान्त के प्रांत संगठन मंत्री श्री विजयराज समेत अन्य ने संबोधित किया। विभाग प्रचारक तुलसीराम जी ने कहा कि गंगा को स्वच्छ रखने के लिए जो योजनाएं केंद्र सरकार चला रही हैं उसे गांव गांव के लोगों तक पहुंचाना जरूरी है। गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए कहा कि घर में पूजा पाठ हो या फिर नदियों के किनारे शव जलाने की प्रक्रिया हर समय यह ध्यान रखना होगा की गंगा अस्वच्छ ना हो।

इस गोष्ठी में अतिथियों का परिचय श्री गंगा समग्र के प्रांत प्रमुख गिरीश नारायण चतुर्वेदी जी व संचालन जिला संयोजक विनय कुमार विसेन जी द्वारा कराया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बलिया के विभाग प्रचारक तुलसीराम जी, गंगा समग्र के गोरक्षप्रान्त व अवध प्रान्त के प्रांत संगठन मंत्री विजय राज के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी, गंगा समग्र के प्रांत, जिले, खण्ड के पदाधिकारीगण व विचार परिवार के कार्यकर्ता व मातृशक्तियां आदि उपस्थित थीं।

No comments:

Post a Comment

पूजा, उपासना और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बदौलत ही जीवित है हमारी संस्कृति: सुजीत सिंह

कमेटी के सदस्यों सहित एवं कलाकारों को अंगवस्त्र एवं टी शर्ट देकर किया सम्मानित दुबहर (बलिया)। क्षेत्र के अखार गांव के शिव मंदिर...