लोकसभा में असंसदीय शब्दों की सूची आने पर सपा के निवर्तमान जिला प्रवक्ता कान्हजी ने व्यक्त की प्रतिक्रिया
बलिया। लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी असंसदीय शब्दों की सूची पर जिले में भी प्रतिक्रियाओं दौर शुरू हो गया है। समाजवादी पार्टी के निवर्तमान प्रवक्ता सुशील पाण्डेय कान्हजी ने शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा सराकारें आलोचना से घबराती हैं। अलोचना सुनना इन्हे नागवार लगता है।
श्रीलंका के ताजा हालात का जिक्र करते हुए कान्हजी ने कहा है कि सत्ता में बैठे लोग अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए शब्दों को प्रतिबंधित कर सकते हैं। लोकतांत्रिक संस्थाओं को पंगु बना सकते हैं। सत्ता शक्ति एवं धनबल से लोकतंत्र का अपहरण कर सकते हैं लेकिन जनता जिस दिन उठ कर खड़ी हो जायेगी उस दिन ये सभी हथकंडे बौने हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि आलोचना व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता ही एक सफल व सशक्त लोकतंत्र का आधार है। लोकसभा सचिवालय ने हिंदी व अंग्रेज़ी के तमाम शब्दों पर प्रतिबंध लगाकर विपक्ष और वंचितों की जुबान पर ताला लगाने का कार्य किया है। जनाकांक्षा निःशब्द हो सकती है, अशक्त नहीं। जब शब्दों को दबाया जाता है तो मन में विद्रोह की ज्वाला उठती है। जिसमे कितना भी शक्तिशाली शासक हो भस्म हो जाता है। वही हाल इस लोकतंत्र विरोधी भाजपा सरकार का भी होगा। कान्हजी ने कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा लोकतांत्रिक मूल्यों के मजबूती के लिए काम करती है। लोकतंत्र विरोधी ताकतों से सड़क से सदन तक संघर्ष करती रही और आगे भी उन मूल्यों की रक्षा हेतु लड़ती रहेगी।
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