आदिवासी समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आंदोलन करने को होंगे बाध्य
बलिया। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की बैठक रविवार को बलिया मॉडल तहसील के समीप की गई। अध्यक्षता गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के तहसील अध्यक्ष संजय गोंड तथा संचालन मनोज शाह ने किया।
बैठक को संबोधित करते हुए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री उत्तर प्रदेश प्रभारी अरविंद गोंडवाना ने कहा कि बलिया जिले में आदिवासी जनजाति समुदाय का उत्पीड़न चरम पर है। भू माफिया द्वारा अपनी पुश्तैनी जमीन कब्जा करने के कारण, न्याय न मिलने के कारण पिछले दिनों मा.मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम में एक जनजाति खरवार समुदाय के व्यक्ति द्वारा हताशा में आकर अपने आप को आग के हवाले कर दिया गया। फिर भी उस पीड़ित खरवार परिवार को न्याय नहीं मिल पा रहा है। संवैधानिक कानूनी कार्रवाई करने के बजाय जिला प्रशासन, तहसील प्रशासन और पुलिस प्रशासन उक्त भू माफिया के पक्ष में ही खड़ी नजर आती है। इसके साथ ही तहसील प्रशासन का भी रवैया भी आदिवासी जनजाति विरोधी ही है। जब आदिवासी जनजाति की भूमि किसी अन्य को बिक्री रजिस्ट्री न होने का कानून है तो फिर वह भू माफिया आदिवासी जनजाति खरवार परिवार की भूमि कैसे अपने नाम से बैनामा रजिस्ट्री करा सकता है। पीड़ित खरवार द्वारा कई बार बार-बार जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन को लिखित शिकायत की गई। इसके बावजूद भी प्रशासन उक्त भू माफिया के पक्ष में ही खड़ी नजर आती रही। पूरा का पूरा घटना क्रम प्रशासन की असंवेदनशीलता का नतीजा है।
अरविंद गोंडवाना ने आगे कहा कि यदि पीड़ित खरवार समुदाय को न्याय नहीं मिला और उक्त भू माफिया के चंगूल से आदिवासी जनजाति खरवार समुदाय की भूमि मुक्त नहीं कराया गया तो जिले के आदिवासी जनजाति समुदाय के लोग सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रदेश की भाजपा सरकार व जिला प्रशासन की होगी।
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