Monday, December 5, 2022

नगर निकाय चुनाव में गोंड, खरवार जनजाति हेतु सीटें आरक्षित करने की मॉग को लेकर किया प्रदर्शन

महामहिम राष्ट्रपति व राज्यपाल  को प्रेषित किया गया ज्ञापन
बलिया। नगर निकाय, नगर पालिका परिषद् चुनाव 2017 में जिले में अनुसूचित जनजाति (एस0टी0) के लिए वार्ड सदस्य सभासद हेतु कई सीटें आरक्षित की गयी थीं। लेकिन इस बार 2022 के नगर निकाय, नगर पालिका परिषद् चुनाव में अनुसूचित जनजाति (एस0टी0) हेतु एक भी सीट आरक्षित नहीं की गयी है जिससे आक्रोशित आदिवासी जनजाति गोंड, खरवार समुदाय के लोगगोंडवाना गणतंत्र पार्टी के तत्वावधान में सोमवार को बलिया जिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए नगर निकाय, नगर पालिका परिषद् चुनाव 2022 में आदिवासी जनजाति हेतु भी वार्ड सदस्य/सभासद हेतु सीटें आरक्षित करने की मांग सम्बन्धित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति व राज्यपाल जी को प्रेषित किया गया।
ज्ञापन अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट सदानन्द सरोज ने आकर स्वीकार किया। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष ललन प्रसाद गोंड ने कहा कि भारत के राजपत्र संविधान संशोधन अधिनियम 2002 द्वारा बलिया सहित उत्तर प्रदेश के 13 जनपद में गोंड, खरवार अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में सूचिबद्ध हैं। भारत सरकार के 2011 के जनगणना के अनुसार बलिया जिले में गोंड, खरवार अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या एक लाख दस हजार से अधिक ही है और उसी जनगणना के आधार पर बलिया नगर निकाय, नगर पालिका परिषद् चुनाव 2017 में अनुसूचित जनजाति हेतु सीटें आरक्षित की गयी थीं लेकिन इस बार नगर पालिका परिषद चुनाव 2022 में एक भी सीट अनुसूचित जनजाति के लिये आरक्षित न किया जाना भारत के संविधान, राष्ट्रपतीय राजपत्र का घोर उलंघन/अवमानना है। जिसको लेकर बलिया जिला सहित प्रदेश भर में आदिवासी जनजाति समुदाय आन्दोलित है। आगे कहा कि इस मामले को लेकर मा0 उच्च न्यायालय इलाहाबाद का भी दरवाजा खटखटाया जायेगा।

इसी क्रम में इंडियन पीपुल्स संर्विसेज (आईपीएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरविन्द्र गोंडवाना ने कहा कि नगर निकाय, नगर पालिका परिषद् चुनाव 2022 में जनजाति (एस0टी0) के लिए भी सीटें आरक्षित कराने की मांग को लेकर 8 दिसम्बर को बलिया कलेक्टै्रट में विशाल धरना प्रदर्शन किया जायेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार की होगी। आगे कहा कि एक तरफ भाजपा सरकार जनजातीय गौरव दिवस मनाने का ढोंग करती है वहीं दूसरी तरफ जनजातियों के संवैधानिक अधिकारों पर डाका डालने का काम प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा किया जा रहा है जिसका ताजा उदाहरण प्रदेश के किसी भी जनजाति बाहुल्य जिले में अनुसूचित जनजाति हेतु सीटें आरक्षित न करना हैं। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष सुमेर गोंड व जिला सचिव पशुराम खरवार ने संयुक्त रूप से जिले के आदिवासी जनजाति गोंड, खरवार समुदाय के लोगों से आहवान करते हुये कहा कि अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए संगठित संगर्ष छेड़ने की आवश्यकता है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष पूर्व छात्रसंग महामंत्री रंजीत गोंड निहाल ने कहा कि 1942 अंग्रेजों भारत छोड़ो आन्दोल के दौरान देश की आजादी के लिए बैरिया थाने पर राम जन्म गोंड, छठ्ठू खरवार शहीद हो जाते हैं और आजादी के बाद आदिवासी जनजाति गोंड, खरवार समुदाय का ही उत्पीड़न चरम पर हैं। 

प्रदर्शन में प्रमुख रूप से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोज साह, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष रंजीत गोंड निहाल, जिलाध्यक्ष सुमेर गोंड, जिला सचिव पशुराम खरवार, जिला संरक्षक रामपाल खरवार, दादा अलगू गोंड, दुर्गविजय खरवार आईपीएस के जिलाध्यक्ष सुरेश साह, राम सेवक खरवार, पप्पू खरवार, मन्टू गोंड, रामचन्द्र गांड, राजेश खरवार, विनोद खरवार, अजय खरवार, राकेश गोंड, गुलाब चन्द्र गोंड, जितेन्द्र गोंड, मिथिलेश कुमार, शिवसागर गोंड, महेन्द्र गोंड भी रहे।

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