सूक्ष्म उद्यमिता विकास कार्यक्रम अंतर्गत कॉटन बैग निर्माण पर 15 दिवसीय कार्यक्रम का शुभारम्भ
बलिया। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड के तत्वावधान में माँ सुरसरी सेवा संस्थान कथरिया द्वारा सियर ब्लॉक के बेल्थरा बाजार में स्वयं सहायता समूह की 30 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से सुक्ष्म उद्यमिता विकास कार्यक्रम एमई डीपी के अंतर्गत ड्रेस डिजाइनिंग वस्त्र निर्माण पर 15 दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि एलडीएम, बलिया राजकुमार पाण्डेय ने दीप प्रज्वलन कर किया। अतिथियों का स्वागत महिलाओं द्वारा प्रेरणा गीत व स्वागत गीत के माध्यम से किया गया।
इस अवसर पर एलडीएम राजकुमार पाण्डेय ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में ये समूह की महिलाएं हुनर प्राप्त करके अपनी आजीविका में वृद्धि कर समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाने का कार्य करेंगी। साथ ही दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनेंगी। वही इस कार्यक्रम के माध्यम से निश्चित ही अपनी आमदनी में वृद्धि कर अपना तथा अपने परिवार का भरण पोषण करने में सहायक होंगी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के उपरांत महिलाओं को समूह के माध्यम से अपने व्यवसाय में वृद्धि कर सके इसके लिए बैंकिंग व्यवस्था के अंतर्गत जितना सहयोग हो सकेगा करने का पूरा प्रयास किया जाएगा ताकि यह महिलाएं अन्य दूसरों के लिए भी रास्ता दिखाने का कार्य करें। उन्होंने मत्स्य पालन एवं पशुपालन हेतु किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ाये जाने हेतु संबंधित बैंक में आवेदन करने की सलाह दी।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक अखिलेश कुमार झा ने कार्यक्रम की उपयोगिता पर चर्चा करते हुए कहा कि महिलाओं के आत्म निर्भर बनने की प्रक्रिया में यह कार्यक्रम अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा। इस दौरान आर सेटी के निदेशक डीके सिंह ने संस्थान की गतिविधियों की जानकारी दी तथा अपने विचारों द्वारा महिलाओं की हौसला अफजाई किया। कार्यक्रम का संचालन माँ सुरसरी सेवा संस्थान के सचिव डॉ सुधीर कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर समूह की महिलाओं के साथ ही संस्था के कार्यकर्ता हरिश्चंद्र, शैल देवी व प्रशिक्षक तथा पीजी एसएस के शिवजी प्रसाद एवं अन्य सहयोगी उपस्थित रहे।
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