फेक आईडी बनाने का मास्टर माइंड भेजा गया बाल संप्रेक्षण गृह
रायपुर। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां 13 साल का छात्र फेक आईडी के जरिए कई अकाउंट बनाकर अश्लील फोटो डाल रहा था। इस छात्र ने जब अपने साथ ही पढ़ने वाली लड़की का फेक आईडी बना लिया तब उसकी शिकायत हुई और कार्रवाई भी।
अमलेश्वर पुलिस ने जब बच्चे से पूछताछ की तो इंटरनेट और सोशल मीडिया के दुरुपयोग का एक बड़ा मामला सामने आया।जिले के अमलेश्वर थाना क्षेत्र में रहने वाली नाबालिग छात्रा के माता-पिता ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई कि छात्रा के नाम पर इंस्टाग्राम, फेसबुक में फेक आईडी बनाई गई है। किसी ने वाट्सएप की डीपी में लगी फोटो का स्क्रीनशॉट लेकर, उसे एडिट कर, इन सभी सोशल साइट्स पर डाल दिया गया है। इसमें अश्लील फोटो और गंदे मैसेज डालकर लगातार परेशान किया जा रहा है। इस शिकायत पर मामला दर्ज करके पुलिस ने जांच शुरू की।
अमलेश्वर थाना प्रभारी वीरेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि इस संबंध में साइबर सेल दुर्ग को पत्र लिख कर मदद ली गई। उनसे आईपी एड्रेस, इंस्ट्रूमेंट और मोबाइल किस अज्ञात व्यक्ति द्वारा हैंडल किया जा रहा है। इसकी जानकारी हासिल की गई। इस दौरान भी लगातार फेक आईडी के माध्यम से अश्लील फोटो डालने की धमकी दी जा रही थी। गाली गलौज भी किया जा रहा था। साइबर सेल की मदद से जिस कंप्यूटर, मोबाइल से ये एप चलाए जा रहे थे उसका लोकेशन ट्रेस किया गया। इसके बाद तत्काल छापे की कार्रवाई की गई। पुलिस यह देखकर चौंक गई कि बच्ची के साथ पढ़ने वाला तेरह वर्षीय नाबालिग लड़का ही उसे परेशान कर रहा था।
छात्र के कंप्यूटर में कई अश्लील वीडियो और एप
पुलिस की जांच टीम यह देखकर हैरान रह गई कि नाबालिग लड़के ने अपने कंप्यूटर में ढेरों अश्लील वीडियो और कई एप डाउनलोड कर रखे थे। एडिटिंग वाले एप से वह लड़कियों और महिलाओं के फोटो एडिट कर अश्लील फोटो बनाता था। इस तरह से उसने कई महिलाओं के नाम से गूगल, जी मेल अकाउंट भी बना रखे थे। पुलिस ने सभी साक्ष्यों को अपने कब्जे में ले लिया है और आगे की विवेचना कर रही है। वहीं नाबालिग लड़के को न्यायिक अभिरक्षा प्राप्त कर बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया।
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