सेमिनार में महिला व सामाजिक दायित्व विषय पर दिखाये गये दो वीडियो
बलिया। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में चल रहे चार दिवसीय दीक्षोत्सव कार्यक्रम के चौथे व अंतिम दिन शुक्रवार को ‘‘महिला सुरक्षा और उपाय’’ विषयक शैक्षणिक सेमिनार ऑनलाइन संपन्न हुआ। सेमिनार का आयोजन माननीय कुलपति प्रो० कल्पलता पाण्डेय के संरक्षण में आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी भवन में हुआ।
सेमिनार में महिला व सामाजिक दायित्व विषय पर दो विडियों दिखाये गये। पहला विडियो 1974 में किये गये एक मनोवैज्ञानिक प्रयोग पर आधारित था। जो व्यक्ति के भीतर छिपी अच्छे व बुरे मनोभावों पर केन्द्रित था। डॉ0 रुबी ने ’’घर की मुर्गी‘‘ नामक लघु विडियों के माध्यम से महिलाओं द्वारा किए जा रहें घरेलू कार्याें की महत्ता को रेखंाकित किया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रुप में रुद्र विक्रम सिंह, अधिवक्ता उच्चतम न्यायालय ने कहा कि भारतीय इतिहास एंव संस्कृति में महिलाओं का स्थान काफी उच्च रहा है। उन्हें देवी का स्थान प्राप्त था। आपने भारतीय संविधान एंव महिलाओं को प्राप्त कानूनी प्रवधानों को रेखांकित किया। वक्ता ने सामाजिक सुरक्षा को कानूनों से अधिक महत्वपूर्ण बताया। सेमिनार में महिला अधिकार, घरेलू हिंसा, पंचायतीराज संस्थानों में महिलाओं हेतु आरक्षण जैसे अनेक विषयों पर विस्तार से चर्चा हुयी। कार्यक्रम के अंत में दीक्षोत्सव कार्यक्रम में संपन्न हुयी जिसमे विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं के नाम की घोषणा हुयी। जिनकी घोषणा कार्यक्रम संयाजकों डॉ0 अभिषेक मिश्रा, डॉ0 स्मिता, डॉ0 रंजना व डॉ0 अभिषेक त्रिपाठी द्वारा किया गया।
शैक्षणिक सेमिनार का संचालन डॉ० सरिता पाण्डेय, स्वागत डॉ0 अजय चौैबे व धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 अनुराधा ने किया। इस अवसर पर डॉ० संजीव कुमार, डॉ0 मनोज कुमार, डॉ0 छबिलाल डॉ0 प्रज्ञा समेत प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट: विनय कुमार
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